आपकी उद्यमी यात्रा कैसी रही?
मेरी यात्रा एक छोटे से सपने से शुरू हुई। पत्रकारिता करते समय मैंने देखा कि मार्केट में अच्छे और सुरक्षित बेबीवेयर की कमी है खासतौर पर केरल में। इसी जरूरत को देखते हुए 2003 में मैंने Popees की शुरुआत की। एक छोटे से गांव से शुरू हुआ यह सफर आज 100 से ज्यादा एक्सक्लूसिव स्टोर तक पहुंच चुका है। मेरा हमेशा मानना है कि जो कपड़े मैं अपने बच्चों को पहनाऊं, वही माता-पिता तक पहुंचाऊं।
पोपीस शुरू करने की प्रेरणा कहां से मिली?
पत्रकारिता के दौरान मैं एक छोटे बेबी शॉप में निवेश करता था। वहाँ मैंने देखा कि नवजात बच्चों को ऐसे कपड़े पहनाए जाते थे जिनमें सल्फर और नेफ़्थलीन जैसे हानिकारक केमिकल होते थे। यह देखकर मुझे बहुत बुरा लगा। मुझे एहसास हुआ कि माता-पिता के पास सुरक्षित विकल्प ही नहीं हैं। तभी मैंने तय किया कि एक ऐसा ब्रांड बनाऊं जो भरोसे और सुरक्षा पर आधारित हो—यही Popees की शुरुआत थी।
Popees कैसे शुरू हुआ और सफर कैसा रहा?
वर्ष 2003 में हमने शुरुआत की और 2005 में अपनी खुद की फैक्ट्री बना ली ताकि क्वालिटी पर पूरा नियंत्रण रहे। समय के साथ हम भारत के सबसे भरोसेमंद बेबी केयर ब्रांड्स में से एक बन गए। यह सफर धीरे-धीरे लेकिन मजबूती से आगे बढ़ा—बिल्कुल एक बच्चे की तरह।
अब तक कंपनी की सबसे बड़ी उपलब्धि क्या है?
हम हर कदम को एक माइलस्टोन मानते हैं,पहला प्रोडक्ट लॉन्च, पहली फैक्ट्री, पहला स्टोर। आज हमारे 100+ स्टोर हैं, जिनमें शारजाह और अबू धाबी भी शामिल है। एक और बड़ी उपलब्धि है—बांस और ऑर्गेनिक कॉटन जैसे सस्टेनेबल फैब्रिक की ओर हमारा कदम। लेकिन सबसे बड़ी खुशी है—10 मिलियन से ज्यादा बच्चों की मुस्कान!
फ्रेंचाइजिंग कब शुरू की और अनुभव कैसा रहा?
हमने 2020 में फ्रेंचाइज़ शुरू की। इससे हमें नए शहरों में माता-पिता तक जल्दी पहुंचने में मदद मिली। आज हमारा मजबूत फ्रेंचाइज़ नेटवर्क भारत और विदेशों में फैल चुका है।
युवा उद्यमियों के लिए आपका संदेश?
सफलता एक दिन में नहीं मिलती। मेहनत, धैर्य और सीखने की इच्छा ही आपको आगे ले जाती है। अपने मिशन पर विश्वास रखें और लगातार आगे बढ़ते रहें।
FY26 में आपकी क्या विस्तार योजनाएँ हैं?
हम 2026 तक अपना IPO लाने की तैयारी में हैं। साथ ही भारत और विदेशों में हमारे 200 से ज्यादा एक्सक्लूसिव स्टोर खोलने का लक्ष्य है।
पांच साल बाद आप ब्रांड को कहाँ देखते हैं?
पांच साल में हम Popees को एक ग्लोबल बेबी केयर ब्रांड के रूप में देखना चाहते हैं। सुरक्षा, भरोसा और क्वालिटी—यही हमारी पहचान रहेंगे। हम इको-फ्रेंडली प्रोडक्ट्स और नई तकनीक पर ज्यादा फोकस करेंगे।
पिछले 5 सालों में बेबी केयर मार्केट कैसे बदला है?
कोविड के बाद माता-पिता ज्यादा जागरूक हो गए हैं। अब वे पहले गुणवत्ता और सुरक्षा देखते हैं। ऑनलाइन शॉपिंग भी काफी बढ़ी है, इसलिए हमने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अपनी मौजूदगी मजबूत की है।
Tier II और III शहरों तक कैसे पहुंचेंगे?
इन शहरों में भी माता-पिता अच्छे प्रोडक्ट चाहते हैं। इसलिए हम नए स्टोर, फ्रेंचाइज़ और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म—all channels से अपनी पहुँच बढ़ा रहे हैं।
बेबी केयर के 3 बड़े ट्रेंड क्या हैं?
ऑर्गेनिक और सुरक्षित प्रोडक्ट्स
डिजिटल शॉपिंग और डायरेक्ट ब्रांड इंटरैक्शन
pH 5.5, एंटी-रैश, एंटी-बैक्टीरियल जैसे सुरक्षित प्रोडक्ट्स की मांग
फ्रेंचाइजिंग आपके लिए कितनी महत्वपूर्ण है?
फ्रेंचाइज़िंग ने हमें तेजी से बढ़ने में मदद की। यह पार्टनरशिप भरोसे और साझा मूल्यों पर आधारित है। इससे हम पूरे देश में एक जैसी क्वालिटी दे पा रहे हैं।
आप अपने फ्रेंचाइज़ पार्टनर्स को कैसे सपोर्ट करते हैं?
हम FICO मॉडल अपनाने की सलाह देते हैं—जिसमें निवेश फ्रेंचाइज़ का होता है, लेकिन संचालन हमारी टीम संभालती है। इससे ब्रांड स्टैंडर्ड्स हमेशा एक जैसे रहते हैं।
फ्रेंचाइज़ चुनते समय आप किन बातों पर ध्यान देते हैं?
हम ऐसे लोगों को चुनते हैं जिनमें जुनून हो, ग्राहक सेवा की समझ हो, निवेश करने की क्षमता हो और वे हमारे ब्रांड मूल्यों पर विश्वास करते हों।
आपका मैनेजमेंट मंत्र? तनाव कैसे संभालते हैं?
तनाव से बचने के लिए मैं समाधान पर ध्यान देता हूं, परिवार के साथ समय बिताता हूं और सकारात्मक सोच बनाए रखता हूं।