दिल्ली एनसीआर ने 2025 की पहली तीन तिमाहियों में भारत की पूंजी बाजार गतिविधियों में अपनी प्रमुख भूमिका जारी रखी है। ट्रैक्ज़न के आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि में क्षेत्र से 11 आईपीओ हुए, जबकि 2023 में समान अवधि में केवल 6 आईपीओ थे। रिटेल निवेशकों की भागीदारी बढ़ने से घरेलू पूंजी बाजार की क्षमता भी बढ़ी है। सितंबर 2025 तक, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के पास पंजीकृत अनूठे निवेशकों की संख्या 12 करोड़ को पार कर गई, जो बढ़ते निवेशक पहुंच और बाजार रुचि का संकेत है।
एनसीआर क्षेत्र ने 2025 की शुरुआत में भारत में टेक स्टार्टअप फंडिंग का लगभग 40 प्रतिशत हिस्सा संभाला, जो इस क्षेत्र की केंद्रीय भूमिका को दर्शाता है। इस दिसंबर, क्षेत्र की तीन प्रमुख कंपनियां आईपीओ के माध्यम से बाजार में प्रवेश कर रही हैं।
भारत की शीर्ष 10 रिन्यूएबल इंडिपेंडेंट पावर प्रोड्यूसर्स में शामिल जुनिपर ग्रीन एनर्जी (Juniper Green Energy) 3,000 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए तैयार है। यह पूरी तरह से नया इश्यू होगा। कंपनी का कुल उत्पादन क्षमता मई 2025 तक 7,898.45 मेगावाट है। Juniper सोलर और विंड एनर्जी में सक्रिय है और Wind-Solar Hybrid (WSH) तथा Firm and Dispatchable Renewable Energy (FDRE) प्रोजेक्ट्स में अग्रणी है।
उत्तर भारत की दूसरी सबसे बड़ी निजी हॉस्पिटल चेन Park Medi World 1,260 करोड़ रुपये के आईपीओ की तैयारी कर रही है। कंपनी हरियाणा में सबसे बड़ी निजी हॉस्पिटल चेन है, जिसमें कुल 3,000 बेड हैं। इस आईपीओ में 960 करोड़ रुपये का नया इश्यू और 300 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल है।
ऑटोमेटेड सिक्योरिटी और सर्विलांस सॉल्यूशंस में अग्रणी इनोवेटिवव्यू इंडिया (Innovatiview India) 2,000 करोड़ रुपये का पूरा OFS इश्यू लेकर बाजार में आ रही है। कंपनी भारत में AI-ड्रिवन CCTV और टचलेस बायोमेट्रिक सिस्टम के इंटीग्रेशन में पहली कंपनियों में से है। FY24 के अनुसार, इसका बाजार हिस्सा 73.7 प्रतिशत है और इसने अप्रैल-सितंबर 2024 के बीच 1,409 परीक्षाओं के लिए 72 क्लाइंट्स को सेवा दी। दिल्ली-एनसीआर का यह प्रभावी प्रदर्शन भारत के पूंजी बाजार और तकनीकी कंपनियों की वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण संकेत देता है।