भारत के टेक्सटाइल सेक्टर ने ग्लोबल चुनौतियों के बावजूद मजबूत परफॉर्मेंस किया है। सरकार के मुताबिक, अप्रैल–सितंबर 2025 के बीच देश ने 111 देशों को टेक्सटाइल का निर्यात किया, जिसमें पिछले साल की तुलना में 10% की बढ़ोतरी दर्ज हुई। इन बाजारों से भारत को 8.49 बिलियन डॉलर की कमाई हुई, जो पिछले साल के 7.72 बिलियन डॉलर से ज्यादा है।
टेक्सटाइल, एपेरल और मेड-अप्स के कुल निर्यात में भी मामूली 0.1% की वृद्धि देखने को मिली। मुख्य बाजारों में UAE (14.5%), जापान (19%), जर्मनी (2.9%), स्पेन (9%), फ्रांस (9.2%) और UK (1.5%) शामिल रहे। इसके अलावा मिस्र (27%), सऊदी अरब (12.5%) और हांगकांग (69%) ने भी मजबूत वृद्धि दिखाई।
इस वृद्धि में सबसे बड़ा योगदान रेडी-मेड गारमेंट्स (RMG) का रहा, जिसमें 3.42% की बढ़ोतरी हुई, जबकि जूट सेक्टर में 5.56% की वृद्धि दर्ज हुई।
टेक्सटाइल मंत्रालय का कहना है कि यह परफॉर्मेंस वैश्विक अनिश्चितताओं और टैरिफ चुनौतियों के बावजूद भारत के टेक्सटाइल सेक्टर की मजबूती, प्रतिस्पर्धात्मकता और बदलते बाजारों के अनुकूल होने की क्षमता को दर्शाता है।
सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ जैसी नीतियों के चलते भारत का नए, गैर-पारंपरिक बाजारों की ओर विस्तार और वैल्यू एडिशन आधारित निर्यात लगातार बढ़ रहा है।