मदर डेयरी के मैनेजिंग डायरेक्टर मनीष बंदलिश ने इस्तीफा दे दिया है और 30 नवंबर को अपनी नोटिस पीरियड समाप्त होने पर कंपनी छोड़ देंगे, कंपनी ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि की। इस घटनाक्रम से वाकिफ सूत्रों के अनुसार, बंदलिश कंपनी के बाहर अवसरों की तलाश में पद छोड़ रहे हैं।
मार्च 2021 में एमडी के रूप में कार्यभार संभालने वाले बंदलिश ने बेकरी उत्पादों सहित नई श्रेणियों में विस्तार की अवधि के दौरान डेयरी प्रमुख का नेतृत्व किया। पिछले वित्तीय वर्ष में मदर डेयरी ने ₹17,500 करोड़ का रेवेन्यू दर्ज किया।
पीटीआई को ईमेल के जरिए भेजे गए जवाब में कंपनी ने कहा, "मनीष बंदलिश ने 30 नवंबर, 2025 को अपना नोटिस पीरियड पूरा होने पर मदर डेयरी के मैनेजिंग डायरेक्टर पद से हटने का फैसला किया है ताकि कंपनी के बाहर अपने पेशेवर लक्ष्यों को पूरा कर सकें।" कंपनी ने "कंपनी के समग्र विकास में उनके बहुमूल्य योगदान के लिए हार्दिक आभार भी व्यक्त किया।
मदर डेयरी ने कहा कि जब तक नए मैनेजिंग डायरेक्टर की नियुक्ति नहीं हो जाती, उप प्रबंध निदेशक बोर्ड की देखरेख में शीर्ष पद की जिम्मेदारियों को संभालेंगे।
भारत की सबसे बड़ी डेयरी कंपनियों में से एक, मदर डेयरी प्रतिदिन 50 लाख लीटर से ज्यादा दूध वितरित करती है, जिसमें से 35 लाख लीटर से ज्यादा की खपत अकेले दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में होती है। कंपनी मदर डेयरी ब्रांड के तहत दूध और डेयरी उत्पाद धारा ब्रांड के तहत खाद्य तेल और सफल ब्रांड के तहत ताज़ा और जमे हुए बागवानी उत्पाद बेचती है।
ऑपरेशन फ्लड एक ऐतिहासिक डेयरी विकास कार्यक्रम जिसने भारत को एक ‘मिल्क सरप्लस’ राष्ट्र में बदल दिया है, यह कंपनी नौ दूध प्रोसेसिंग प्लांट, चार बागवानी सुविधाओं का संचालन करती है और 16 खाद्य तेल इकाइयों के साथ काम करती है। मदर डेयरी राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, जिसका क्षेत्रविस्तार अन्य डेयरी कंपनियों की तुलना में बहुत ज्यादा है।