प्रोपटेक स्टार्टअप मॉडुलस हाउसिंग ने अपने सीरीज ए फंडिंग राउंड में 70 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इस निवेश का नेतृत्व कलारी कैपिटल, हीरो और समर्थ्य ने किया, जबकि एसवीएएस, सिग्मा और कई व्यक्तिगत निवेशकों ने भी इसमें भाग लिया।
यह चेन्नई में स्थित कंपनी के लिए पहला संस्थागत निवेश है। बता दें कि मॉड्यूलस हाउसिंग की स्थापना 2018 में श्रीराम रविचंद्रन और पी.गोबीनाथ ने की थी, यह स्टार्टअप मॉड्यूलर, पोर्टेबल और पुन: उपयोग के बुनियादी ढांचें का समाधान विकसित करता है।
इसके उत्पादों की श्रृंखला में फोल्डेबल केबिन और स्वास्थ्य सेवा में इस्तेमाल होने वाले मेडीकैब जैसे विशेष उत्पाद शामिल हैं। यह स्टार्टअप मॉड्यूलर इमारतों के लिए फैक्ट्री-निर्मित निर्माण पद्धति का उपयोग करता है और क्लाउड निर्माण नेटवर्क के साथ काम करता है जिसमें साझेदार कारखाने भी शामिल हैं। यह कम ऊंचाई वाली बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए संरचनाएं बनाने हेतु एक स्वामित्व वाले उत्पाद समूह का भी उपयोग करता है।
स्टार्टअप इस नई पूंजी का उपयोग भारत और चुनिंदा अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए करने की योजना बना रहा है। यह धनराशि उन्नत अनुसंधान एवं विकास, एक नए कंक्रीट मॉड्यूलर सिस्टम और अपने क्लाउड निर्माण नेटवर्क के विकास में भी मदद करेगी। मॉड्यूलस का लक्ष्य वितरित बुनियादी ढांचे की व्यापक जरूरतों के लिए अपनी हरित कंक्रीट तकनीक को मजबूत करना है।
कंपनी के अनुसार उसने भारत के 21 राज्यों और अफ्रीका के कुछ हिस्सों में 1500 से ज्यादा इमारतें बनाई हैं। इन परियोजनाओं में मॉड्यूलर अस्पताल, कोल्ड स्टोरेज इकाइयां, साइट कार्यालय, स्कूल और अन्य बुनियादी ढांचे शामिल हैं।
मॉड्यूलस हाउसिंग की रिपोर्ट के अनुसार कंपनी 200 करोड़ रुपये से अधिक के संचयी रेवेन्यू के साथ लाभप्रद रूप से काम कर रही है। वित्त वर्ष 2024 में इसका परिचालन रेवेन्यू पिछले वर्ष के 39 करोड़ रुपये से 38 प्रतिशत बढ़कर 54 करोड़ रुपये हो गया।