
देश में हर महीने लगभग 10 लाख युवा काम की तलाश में जुड़ते हैं। इस मौके को बेहतर बनाने के लिए सरकार अब स्किलिंग पर ज़ोर दे रही है। इसी दिशा में राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) और मर्सिडीज-बेंज़ इंडिया ने एक बड़ा समझौता (MoU) किया है। इस मौके पर कौशल विकास और उद्यमिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जयंती चौधरी ने कहा कि “भारत बदल रहा है, और इस बदलाव में महिलाएं असली परिवर्तन की एजेंट बन रही हैं। खेल, उद्योग, शिक्षा और तकनीक के क्षेत्र में वे समाज को सशक्त बना रही हैं।”
इस साझेदारी के तहत ‘IGNiTE 4.0’ प्रोग्राम शुरू किया गया है, जो देश के 1,000 युवाओं को इलेक्ट्रिक वाहन और इंडस्ट्री 4.0 जैसी नई तकनीकों में प्रशिक्षित करेगा। खास बात यह है कि इसमें 30% महिलाएं भी शामिल होंगी।
प्रशिक्षण दिल्ली-एनसीआर के माणव रचना इंस्टीट्यूट और पुणे के MIT ADT यूनिवर्सिटी में दिया जाएगा। कोर्स की अवधि 12 महीने होगी, जिसमें युवाओं को ईवी सर्विस असिस्टेंट, क्वालिटी कंट्रोल असिस्टेंट, प्रोडक्ट टेस्टिंग टेक्नीशियन और इंडस्ट्री 4.0 टेक्नीशियन जैसी नौकरियों के लिए तैयार किया जाएगा।
जयंती चौधरी ने बताया कि सरकार का लक्ष्य है कि मोबिलिटी सेक्टर में 4.5 करोड़ लोगों को रोजगार मिले, जिनमें से 9 लाख नौकरियां ईवी सेक्टर में होंगी। उन्होंने कहा कि अब भारत को सिर्फ सस्ता उत्पादन नहीं, बल्कि इनोवेशन और रिसर्च में भी आगे बढ़ना होगा।
मर्सिडीज-बेंज़ इंडिया के सीएफओ एमराह ओएज़र ने कहा कि, “हम भारत के युवाओं को नई तकनीकों में प्रशिक्षित कर उन्हें उद्योग के साथ जोड़ना चाहते हैं। यह हमारी सामाजिक जिम्मेदारी का हिस्सा है।”
यह कार्यक्रम केडमैन स्किलिंग प्राइवेट लिमिटेड द्वारा चलाया जाएगा और स्किल इंडिया डिजिटल हब (SIDH) के ज़रिए ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि क्वालिटी और प्रगति का पूरा रिकॉर्ड रखा जा सके। कार्यक्रम तीन चरणों में चलेगा –ट्रनिंग सेंटर की स्थापना,स्किल ट्रेनिंग और जॉब मैपिंग,प्लेसमेंट और मेंटरिंग। इसमें महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए फैमिली अवेयरनेस प्रोग्राम, मॉक इंटरव्यू, और उद्यमिता प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है, और ईवी सेक्टर इसमें बड़ी भूमिका निभाएगा। आने वाले वर्षों में ईवी उद्योग से 1 करोड़ से अधिक प्रत्यक्ष नौकरियां और 5 करोड़ अप्रत्यक्ष नौकरियां बनने की उम्मीद है।
इस तरह एनएसडीसी और मर्सिडीज बेंज की यह साझेदारी भारत के युवाओं को भविष्य की नौकरियों के लिए तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।