
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने 2023-24 में ‘एसएमई डिजिटल बिजनेस लोन’ लॉन्च किया हैं, जो एमएसएमई उद्यमियों को 5 करोड़ रुपये तक के क्रेडिट की ऑनलाइन सुविधा प्रदान करते हैं। इस डिजिटल लोन उत्पाद का उद्देश्य एसएमई (SMEs) को सरल और पूरी तरह डिजिटल लोन अनुभव देना है, जिसमें एंड-टू-एंड मंजूरी प्रक्रिया केवल 45 मिनट में पूरी हो सकती है।
एसबीआई (SBI) का यह डिजिटल लोन उत्पाद अत्याधुनिक तकनीक और एपीआई (API) आधारित मजबूत इकोसिस्टम का उपयोग करता है। आईटीआर, GST रिटर्न और बैंक स्टेटमेंट जैसे प्रामाणिक डेटा स्रोतों के माध्यम से बैंक ने एक डेटा-ड्रिवन क्रेडिट असेसमेंट इंजन विकसित किया है, जो आवश्यक विवरण सबमिट करने के 10 सेकंड में मंजूरी निर्णय प्रदान करता है, वह भी किसी मानव हस्तक्षेप के बिना।
अब तक अगस्त 2025 तक एसबीआई (SBI) ने इस डिजिटल एमएसएमई (MSME) लोन के तहत कुल 2.25 लाख खातों को लोन प्रदान किया है, जिनकी कुल सीमा 74,434 करोड़ रुपये रही। इसमें 67,299 एमएसएमई मुद्रा लोन शामिल हैं, जिनकी राशि 3,242 करोड़ रुपये है।
यह डिजिटल उत्पाद पारंपरिक क्रेडिट अंडरराइटिंग और लंबी अपप्रेज़ल प्रक्रिया की आवश्यकता को समाप्त करता है और एमएसएमई लेंडिंग में सरलता, गति और सुलभता लाता है। 50 लाख रुपये तक के लोन के लिए वित्तीय विवरण की आवश्यकता नहीं है, केवल लेन-देन इतिहास और GST रिटर्न पर आधारित मूल्यांकन किया जाता है।
एसबीआई (SBI) का एमएसएमई (MSME) क्षेत्र में योगदान स्पष्ट है। बैंक ने 31 मार्च 2025 तक एसएमई (SME सेक्टर) में 19% क्रेडिट ग्रोथ दर्ज की है। यह उत्पाद बैंक के सभी चैनलों – वेबसाइट, शाखाएं, एसएमई सेंटर और इंटरनेट प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। इसके अलावा, उन एमएसएमई उद्यमियों के लिए सहायक सुविधा भी उपलब्ध है जिन्हें शाखा अधिकारियों की मदद से डिजिटल आवेदन करना हो। आने वाले महीनों में बैंक सीएसपी (CSP) पार्टनर टचपॉइंट्स और QR कोड के माध्यम से भी इस सेवा को विस्तारित करेगा।
एमडी (R&DB) ने कहा, “एसबीआई का एमएसएमई क्षेत्र पर ध्यान केवल एसएमई डिजिटल बिजनेस लोन तक सीमित नहीं है। बैंक ने मुद्रा लोन को भी डिजिटल किया है और
सीजीटीएमएसई के तहत कॉलैटरल-फ्री प्रक्रिया को ऑटोमेट किया है। ये पहल एमएसएमई तक क्रेडिट पहुंच बढ़ाने और उनके विकास को प्रोत्साहित करने के प्रति बैंक की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।”