लेक्सस के मल्टीपाथ वे अप्रोच से ग्राहकों को मिलेगा हर समाधान

लेक्सस के मल्टीपाथ वे अप्रोच से ग्राहकों को मिलेगा हर समाधान

लेक्सस के मल्टीपाथ वे अप्रोच से ग्राहकों को मिलेगा हर समाधान
लेक्सस ने भारत मोबिलिटी एक्सपो 2025 में अपनी "मल्टीपाथ वे अप्रोच" पेश की, जिसमें हाइब्रिड, हाइड्रोजन और ईवी के विकल्प शामिल हैं। कंपनी का ध्यान उन्नत बैटरी तकनीक, ग्रीन टेक्नोलॉजी और और एसडीवी पर है।

भारत मोबिलिटी एक्सपो 2025 में लेक्सस ने अपनी नई सोच और तकनीक के साथ "मल्टीपाथ वे अप्रोच" को पेश किया है। लेक्सस के सेल्स और मार्केटिंग में एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट तन्मय भट्टाचार्य ने इंटरव्यू में बताया कि कंपनी अपने ग्राहकों की सभी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए हाइब्रिड, इलेक्ट्रिक, हाइड्रोजन और IC वाहनों के माध्यम से एक व्यापक समाधान प्रदान कर रही है। इस एक्सपो में कंपनी ने तीन प्रमुख ज़ोन—हाइब्रिड, लाइफस्टाइल और फ्यूचर ज़ोन—पेश किए, जो ग्राहकों की मांग और पर्यावरण-अनुकूल तकनीक को बढ़ावा देने के लिए समर्पित हैं।

भारत मोबिलिटी एक्सपो 2025 में आपने क्या नया पेश किया है? इस सेक्टर में कंपनी दूसरों से अलग क्या कर रही है?

तन्मय भट्टाचार्य: इस बार हम अपने लेक्सस स्टॉल को "मल्टीपाथ वे अप्रोच" कहते हैं।मल्टीपाथ वे अप्रोच का मतलब है कि हमारे ग्राहकों को जो चाहिए, वह हम उन्हें उपलब्ध कराने के लिए तैयार हैं। अगर आप ध्यान से देखें, तो हमारे पास तीन ज़ोन हैं। पहला है हाइब्रिड ज़ोन, दूसरा है लाइफस्टाइल ज़ोन, और तीसरा है फ्यूचर ज़ोन।

हाइब्रिड ज़ोन: यहां आपको हर कार हाइब्रिड मिलेगी।

लाइफस्टाइल ज़ोन: इसमें ICs, हाइब्रिड और हाइड्रोजन कारें शामिल हैं।

फ्यूचर ज़ोन: यहां इलेक्ट्रिक कारें हैं।हमारे ग्राहकों की मांग के अनुसार हमारे पास सबकुछ उपलब्ध है।

बैटरी बैकअप और रेंज  के बारे में आपका क्या कहना है?

तन्मय भट्टाचार्य: यह कार अभी एक कांसेप्ट टूर पर है। हम इस पर लगातार काम कर रहे हैं ताकि यह सामान्य ईवी की तुलना में बेहतर रेंज दे सके। साथ ही, हम इसे क्लीनर और ग्रीन तकनीक के साथ एक संपूर्ण पैकेज के रूप में पेश करना चाहते हैं। इसके अलावा, रिसाइक्लिंग पर भी हमारा खास ध्यान है।

कंपनी टेक्नोलॉजी और बैटरी के मामले में क्या नए विकास ला रही हैं? कुछ उद्योग हाइब्रिड तकनीक में जा रहे हैं, कुछ सॉलिड-स्टेट बैटरियों का उपयोग कर रहे हैं और कुछ हाइड्रोजन फ्यूल पर काम कर रहे हैं।

तन्मय भट्टाचार्य: लेक्सस (LEXUS) का मानना है कि हमें अपने ग्राहकों के लिए हर विकल्प उपलब्ध कराना चाहिए। यह सॉलिड-स्टेट बैटरी हो सकती है, हाइब्रिड हो सकती है, हाइड्रोजन हो सकती है, या ICs हो सकती हैं।

पिछले साल हमने केवल हाइब्रिड कारें बेची थीं। 2025 में, जैसा कि आप देख सकते हैं, हम LX को दोबारा लॉन्च कर रहे हैं, जो ICs में होगी।इस तरह, हम अपने ग्राहकों की मांग के अनुसार नई-नई कारें लाते रहेंगे।

आजकल कई कंपनियां ईवी में एसडीवी (सॉफ़्टवेयर डिफ़ाइंड व्हीकल) टेक्नोलॉजी ला रही हैं।आप इस पर क्या कहना चाहेंगे?

तन्मय भट्टाचार्य: एसडीवी का मतलब है सॉफ़्टवेयर डिफ़ाइंड व्हीकल। बैटरी के सोर्स और एसडीवी का सीधा संबंध नहीं है। कोई भी कार एसडीवी हो सकती है।अब, इसे एसडीवी बनाने के लिए टेक्नोलॉजी को अपग्रेड करना बहुत ज़रूरी है। लेक्सस इस पर बहुत काम कर रहा है। आने वाले समय में हमारी सभी कारों में एसडीवी के कई तत्व होंगे। यह एक यात्रा है और इसे हर दिन विकसित करना ज़रूरी है। हमारे आर एंड डी सेंटर में इस पर काफी काम हो रहा है, और भविष्य में आप इसके नतीजे ज़रूर देखेंगे।

निष्कर्ष

तन्मय भट्टाचार्य ने इस इंटरव्यू में लेक्सस (Lexus) की भविष्य की योजनाओं और तकनीकी विकास पर जोर दिया। कंपनी सॉलिड-स्टेट बैटरी, हाइब्रिड और हाइड्रोजन जैसी उन्नत तकनीकों के साथ ग्राहकों को एक बेहतर अनुभव देने की दिशा में काम कर रही है। इसके साथ ही, लेक्सस अपने आर एंड डी सेंटर के माध्यम से एसडीवी (सॉफ़्टवेयर डिफ़ाइंड व्हीकल) तकनीक को विकसित कर रही है, ताकि भविष्य के वाहनों को अधिक स्मार्ट और सक्षम बनाया जा सके। इस सोच और दृष्टिकोण के साथ, लेक्सस न केवल ईवी इंडस्ट्री में बदलाव ला रही है, बल्कि ग्राहकों की बदलती जरूरतों को भी पूरा कर रही है।

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