पुणे में स्थित उपभोक्ता ऋण कंपनी फाइब ने विश्व बैंक समूह के सदस्य, इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन के नेतृत्व में सीरीज एफ फंडिंग राउंड में 35 मिलियन अमेरिकी डॉलर जुटाए हैं।
इस दौर के निवेश के साथ कंपनी अब तक द्वितीयक लेनदेन सहित 266 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक की इक्विटी जुटा चुकी है। इसके निवेशकों में टीपीजी का द राइज फंड, नॉरवेस्ट वेंचर पार्टनर्स, एट रोड्स वेंचर्स, टीआर कैपिटल, पीरामल फाइनेंस और चिराटे वेंचर्स शामिल हैं।
यह धन उगाहना इसके पहले के दौरों के बाद है, जिसमें जून 2024 में सीरीज ई में 90 मिलियन अमरीकी डालर और अगस्त 2022 में सीरीज डी में 110 मिलियन अमरीकी डालर शामिल हैं। इसकी ऋण देने वाली शाखा अर्लीसैलरी को भी एके कैपिटल फाइनेंस, फ्रैंकलिन टेम्पलटन एआईएफ और विवृति अल्फा जैसे निवेशकों से गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर के माध्यम से 250 करोड़ रुपये (26.5 मिलियन अमरीकी डालर) प्राप्त हुए।
इस संदर्भ में फाइब ने कहा कि नई पूंजी उसके उत्पाद पोर्टफोलियो का विस्तार करने और उधार लेने, बचत करने, निवेश करने और भुगतान करने के क्षेत्र में एक एकीकृत अनुभव बनाने में मदद करेगी।
अक्षय मेहरोत्रा और आशीष गोयल द्वारा 2015 में स्थापित की गई फाइब कंपनी व्यक्तिगत ऋण, दीर्घकालिक ऋण, म्यूचुअल फंड के खिलाफ ऋण, डिजिटल सावधि जमा और स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और सौर पैनल स्थापना जैसे क्षेत्रों में प्रभाव केंद्रित ऋण प्रदान करता है।
वर्तमान में कंपनी अब 940 से अधिक शहरों में काम करती है और 8,500 से अधिक साझेदार केंद्रों और 50 से अधिक चैनल साझेदारों के अपने नेटवर्क के माध्यम से 9 मिलियन से अधिक ऋण वितरित कर चुकी है। अतः भारत में फाइब का मुकाबला क्रेडिटबी, मनीटैप, पेसेन्स, कैशे और एनआईआरए जैसे खिलाड़ियों से है।