
इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर निर्माता एथर एनर्जी लिमिटेड (Ather Energy Limited) ने तमिलनाडु के होसुर स्थित अपने मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में पांच लाख इलेक्ट्रिक स्कूटर तैयार करने की घोषणा की है। यह पहुंच स्कूटर कंपनी का ‘रिज़्ता’ (Rizta) मॉडल है, जिसे पिछले साल लॉन्च किया गया था।
कंपनी के सह-संस्थापक और सीटीओ स्वप्निल जैन ने इस उपलब्धि को एथर की मजबूत इंजीनियरिंग क्षमता और क्वालिटी कंट्रोल प्रक्रियाओं का परिणाम बताया। उन्होंने कहा, “पांच लाख स्कूटर का उत्पादन एथर के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। यह हमारी तकनीकी विशेषज्ञता और ग्राहकों के विश्वास का प्रमाण है।”
रिज़्ता मॉडल कंपनी के लिए एक प्रमुख उत्पाद बन चुका है, जिसने लॉन्च के पहले ही साल में कुल उत्पादन का एक-तिहाई हिस्सा हासिल किया है। एथर अब उत्तर और मध्य भारत के बाजारों में अपनी मौजूदगी बढ़ा रही है, खासकर टियर-2 और टियर-3 शहरों में।
वर्तमान में कंपनी की होसुर में दो मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं — एक व्हीकल असेंबली के लिए और दूसरी बैटरी प्रोडक्शन के लिए। दोनों की संयुक्त वार्षिक क्षमता 4.2 लाख स्कूटर है।
इसके अलावा, कंपनी महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर (औरिक, बीडकन) में अपना तीसरा प्लांट ‘फैक्ट्री 3.0’ स्थापित कर रही है। यह प्लांट दो चरणों में बनेगा और इंडस्ट्री 4.0 तकनीक पर आधारित होगी। पूरी तरह शुरू होने के बाद, यह एथर की कुल वार्षिक उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर 14.2 लाख इलेक्ट्रिक स्कूटर तक ले जाएगा।
वर्ष 2013 में तरुण मेहता और स्वप्निल जैन द्वारा स्थापित एथर एनर्जी के पास फिलहाल दो उत्पाद लाइनें हैं — Ather 450 (परफॉर्मेंस-केंद्रित) और Rizta (फैमिली-केंद्रित)। कंपनी के पास वर्तमान में आठ वेरिएंट्स उपलब्ध हैं।
एथर ने भारत में दो-पहिया वाहनों के लिए पहला फास्ट-चार्जिंग नेटवर्क ‘Ather Grid’ भी स्थापित किया है। 30 जून 2025 तक कंपनी ने विश्वभर में 4,032 चार्जर लगाए हैं, जिनमें से 3,997 भारत में और 35 नेपाल व श्रीलंका में स्थित हैं। वहीं, कंपनी के पास अब तक 318 ट्रेडमार्क, 204 डिजाइन और 48 पेटेंट रजिस्टर्ड हैं। इसके अलावा 88 ट्रेडमार्क, 27 डिजाइन और 383 पेटेंट के लिए आवेदन लंबित हैं।