ई-रिक्शा के लिए सुरक्षा स्टार रेटिंग लाने की तैयारी में सरकार

ई-रिक्शा के लिए सुरक्षा स्टार रेटिंग लाने की तैयारी में सरकार

ई-रिक्शा के लिए सुरक्षा स्टार रेटिंग लाने की तैयारी में सरकार
सरकार ई-रिक्शा के लिए "सुरक्षा स्टार रेटिंग" लाने की तैयारी कर रही है, जिससे इनकी क्वालिटी और सुरक्षा मानकों में सुधार होगा। यह पहल ई-रिक्शा को अधिक स्थिर और सुरक्षित बनाकर यात्रियों के लिए भरोसेमंद विकल्प प्रदान करेगी।

 

ई-रिक्शा, जो शहरी और छोटे शहरों में लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने का एक सस्ता और पर्यावरण के अनुकूल साधन बन गया है, अब और सुरक्षित होने जा रहा है। सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि सरकार ई-रिक्शा के लिए "सुरक्षा स्टार रेटिंग" शुरू करने की योजना बना रही है।

इसका मतलब है कि अब ई-रिक्शा को उनकी सुरक्षा के हिसाब से रेटिंग दी जाएगी, जैसे कारों के लिए BNCAP (Bharat New Car Assessment Program) में होता है। यह रेटिंग यह तय करेगी कि कौन-सा ई-रिक्शा यात्रियों के लिए ज्यादा सुरक्षित है।

गडकरी ने कहा कि शुरू में ई-रिक्शा बनाने के लिए बहुत सख्त नियम नहीं थे, ताकि इनकी लागत कम रखी जा सके। लेकिन अब, ई-रिक्शा के डिजाइन और गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए नए नियम बनाए जा रहे हैं। इससे यात्रियों की सुरक्षा बढ़ेगी और यह ई-रिक्शा न केवल भारत बल्कि अन्य देशों में भी लोकप्रिय होंगे।

गडकरी ने बताया, "जब ई-रिक्शा की शुरुआत हुई थी, तब उत्पादों पर सख्त मानकों को अनिवार्य नहीं किया गया था, क्योंकि शुरुआती दौर में लागत को ध्यान में रखा गया था। हमने उस समय बाजार में उपलब्ध आईएसआई मानकों वाले उत्पादों का उपयोग करने की अनुमति दी थी। अब हमने तय किया है कि ई-रिक्शा के लिए भी सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करने के लिए स्टार रेटिंग शुरू की जाएगी, जैसे कि बीएनकैप (BNCAP) चार पहिया वाहनों के लिए है।"

ई-रिक्शा एक बैटरी चालित तीन पहिया वाहन है, जो चार यात्रियों और 40 किलोग्राम तक के सामान को ले जाने में सक्षम है। इसकी गति सीमा 25 किमी प्रति घंटा है। यह शून्य उत्सर्जन, कम परिचालन लागत और सस्ती व आसान अंतिम मील कनेक्टिविटी के कारण तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं।

वर्ष 2024 में भारत में कुल 5.41 लाख ई-रिक्शा बेचे गए, जो देश में कुल तीन पहिया वाहनों की बिक्री का 44% है। हालांकि, कुछ हादसों और ई-रिक्शा के पलटने की घटनाओं ने इनके डिजाइन और सुरक्षा पर सवाल खड़े किए हैं। सरकार नए मानकों के तहत ई-रिक्शा के डिजाइन को अधिक स्थिर और सुरक्षित बनाने पर जोर दे रही है।

सरकार ने एक तकनीकी समिति नियुक्त की है, जो इन सुरक्षा स्टार रेटिंग के लिए गाइडलाइंस तैयार करेगी। गडकरी ने कहा, "ये गाइडलाइंस भारत में बने ई-रिक्शा की क्वालिटी में सुधार करेंगी। ई-रिक्शा की मांग अफ्रीका, श्रीलंका और बांग्लादेश जैसे देशों में भी बढ़ रही है, और कई बड़े वाहन निर्माता इस सेगमेंट में प्रवेश कर रहे हैं।"

बीएनकैप (Bharat New Car Assessment Program) की तरह, ई-रिक्शा के लिए यह स्टार रेटिंग उपभोक्ताओं को बेहतर सुरक्षा मानकों वाले उत्पाद चुनने में मदद करेगी। यह पहल ई-रिक्शा उद्योग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

 

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