ESTIC के उद्घाटन के दौरान पीएम ने भारतीय वैज्ञानिक उपलब्धियों पर बात करते हुए इसरो द्वारा सबसे भारी उपग्रह सफलतापूर्वक लॉन्च करने की बधाई दी और कहा कि 'कल भारत ने विज्ञान और तकनीक की दुनिया में भी अपना परचम लहराया है। कल भारत के वैज्ञानिकों ने भारत की सबसे भारी संचार उपग्रह को सफलतापूर्वक लॉन्च किया है। मैं इस मिशन से जुड़े सभी वैज्ञानिकों को और इसरो को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।'
रिसर्च, डेवलपमेंट और इनोवेशन (RDI) फंड के बारे में
पीएम मोदी ने कहा कि, हमने रिसर्च डेवलपमेंट इनोवेशन स्कीम शुरू की है और इसके लिए 1 लाख करोड़ रुपये का फंड तय किया गया है। आपको लग रहा होगा कि यह 1 लाख करोड़ रुपये मोदी के पास ही रहने वाले हैं, तो ऐसा नहीं है, बल्कि यह 1 लाख करोड़ रुपये आपके वैज्ञानिकों लिए हैं। यह आपकी काबिलियत बढ़ाने के लिए है। यह आपके लिए नए मौके खोलने के लिए है। हमारी कोशिश निजी सेक्टर में भी रिसर्च और डेवलपमेंट को बढ़ावा देना है।'
भारत का कई रिसर्च प्रोजेक्ट्स को सपोर्ट
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत उच्च जोखिम और उच्च प्रभाव वाले रिसर्च और डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स को सपोर्ट कर रहा है और विज्ञान और तकनीक के पावरहाउस के तौर पर उभरने के लिए इस क्षेत्र में निजी निवेश को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने देश में नवाचार के एक आधुनिक माहौल को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण सुधार किए हैं।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि, पिछले एक दशक में, भारत का R&D खर्च दोगुना हो गया है, जो इनोवेशन के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। रजिस्टर्ड पेटेंट की संख्या में 17 गुना की प्रभावशाली वृद्धि हुई है। स्टार्टअप के क्षेत्र में, भारत दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा इकोसिस्टम बनकर उभरा है। वहीं सरकार ने विश्वविद्यालयों में रिसर्च और इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए अनुसंधान रिसर्च फाउंडेशन की स्थापना की है, जिससे विकास और उन्नति के नए अवसर पैदा हुए हैं।
आम आदमी को क्या फायदा?
जब रिसर्च और डेवलपमेंट में निजी निवेश बढ़ेगा, तो इसका सीधा असर देश में बनने वाले उत्पादों और सेवाओं की गुणवत्ता पर पड़ेगा, नई तकनीकें और सस्ते, बेहतर उत्पाद बाजार में आएंगे।
प्रधानमंत्री भाषण के दौरान यह भी बताया कि 'एक दशक पहले भारत में महिलाओं द्वारा दायर किए गए पेटेंट की संख्या सालाना 100 से भी कम थी। आज, यह संख्या हर साल 5,000 से ज्यादा हो गई है। भारत में STEM एजुकेशन लेने वालों में 43 परसेंट महिलाएं हैं, जो वैश्विक औसत से कहीं ज्यादा है।