बॉम्बे डाइंग एंड मैन्युफैक्चरिंग कंपनी लिमिटेड (Bombay Dyeing) ने वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में 4.72 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया है, जो पिछले साल की समान अवधि के 473.87 करोड़ रुपये के मुकाबले बड़ी गिरावट दिखाता है।
मुनाफे में यह कमी मुख्य रूप से पिछले साल की उच्च आधार प्रभाव (High Base Effect) के कारण हुई है, क्योंकि वित्तीय वर्ष 25 की जुलाई–सितंबर तिमाही में कंपनी को रियल एस्टेट से जुड़े विवादों के निपटारे से 501.99 करोड़ रुपये का एकमुश्त लाभ मिला था।
कंपनी की ऑपरेशनल आय 4.72% घटकर 362.63 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल इसी अवधि में 380.63 करोड़ रुपये थी। वहीं, कुल आय (Total Income) भी 4.37% घटकर 392.22 करोड़ रुपये हो गई।
हालांकि बिक्री में गिरावट रही, लेकिन कंपनी ने अपवाद रहित मदों से पहले 4.82 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में 28.12 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
इस तिमाही में कंपनी का कुल खर्च 11.6% घटकर 387.48 करोड़ रुपये रहा, जिससे पता चलता है कि बॉम्बे डाइंग ने लागत नियंत्रण और संचालन में सुधार पर ध्यान दिया है।
वित्तीय वर्ष26 की पहली छमाही में कंपनी की कुल समेकित आय ₹806.74 करोड़ रही, जो साल-दर-साल 8.66% की कमी दर्शाती है। बीएसई पर बॉम्बे डाइंग के शेयर 0.84% गिरकर ₹160.25 प्रति शेयर पर बंद हुए।