गुरुग्राम स्थित पीयर-टू-पीयर पेमेंट्स प्लेटफॉर्म फ़्रेक्स (Frex) ने प्री-सीड फंडिंग राउंड में 9.5 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इस राउंड का नेतृत्व Zeropearl VC और White Venture Capital ने किया, जबकि रणनीतिक एंजल निवेशकों में अभिराज सिंह भाल, वरुण खैतान, राघव चंद्र (Urban Company), प्रदीप परमेश्वरन, CRED के संस्थापक कुनाल शाह और ऋषभ गोयल शामिल रहे।
स्टार्टअप इस फंड का इस्तेमाल उत्तर अमेरिका और भारत में ऑन- और ऑफ-रैम्प इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार, कंप्लायंस और रेगुलेटरी सिस्टम को मजबूत करना, इंजीनियरिंग और लेजर क्षमताओं को स्केल करना, और NRI और प्रवासी श्रमिक समुदायों में गो-टू-मार्केट प्रयासों को तेज करना करेगा।
फ़्रेक्स की स्थापना इस साल आदित्य वर्मा, हिमांशु अरोड़ा और निखिल शंकर ने की थी। प्लेटफॉर्म इंस्टेंट, कम लागत वाले क्रॉस-बॉर्डर मनी ट्रांसफर की सुविधा देता है, जिसमें ब्लॉकचेन तकनीक और स्थानीय बैंकिंग इंटीग्रेशन का उपयोग करके वैश्विक भुगतान सरल और पारदर्शी बनाए जाते हैं।
कोरीकेन (Koriken) ने सीड फंडिंग में जुटाए 4 करोड़ रुपये
कोरियाई फास्ट-फूड रेस्टोरेंट स्टार्टअप Koriken ने सीड फंडिंग राउंड में 4 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इस राउंड का नेतृत्व Rukam Capital ने किया, जो शुरुआती चरण के कंज्यूमर ब्रांड्स को सपोर्ट करता है।
कोरीकेन (Koriken) का लक्ष्य है भारत में असली कोरियाई फ्लेवर को तेजी से लोकप्रिय बनाना। कंपनी अपने मेनू में कोरियन फ्राइड चिकन, रामेन और मंडू जैसी डिशेज़ पेश करती है। स्टार्टअप फंड का इस्तेमाल फ्लैगशिप और हाई-स्ट्रीट आउटलेट्स का विस्तार, प्रोडक्ट रेंज में सुधार, ऑपरेशन एफिशियेंसी बढ़ाने, और टीम को मजबूत करने के लिए करेगा।
भारत में कोरियाई खाने की लोकप्रियता बढ़ रही है, विशेषकर Gen Z के बीच। बड़े शहरों के अलावा सूरत, थिरुवनंतपुरम, वडोदरा, मैसूरु और मंगलुरु जैसे टियर-2 शहरों में भी इस डिमांड में तेजी देखी जा रही है। यह फंडिंग दोनों स्टार्टअप्स को अपने-अपने सेक्टर में तेज़ विस्तार और वृद्धि के लिए मजबूती प्रदान करेगी।