दक्षिण कोरियाई गेमिंग कंपनी क्राफ्टन (Krafton) ने भारत को प्राथमिक बाजार बनाते हुए एक नया टेक्नोलॉजी-केंद्रित निवेश फंड स्थापित करने की योजना की घोषणा की है। यह फंड नेवर (Naver) और मिराए एसेट (Mirae Asset) के साथ साझेदारी में बनाया जा रहा है, जिसका लक्षित कॉर्पस 6,000 करोड़ रुपये तक होगा। ‘यूनिकॉर्न ग्रोथ फंड’ नाम से यह निवेश वाहन जनवरी 2026 से परिचालन शुरू करने की उम्मीद है।
कंपनी के अनुसार, भारत इस फंड की एशिया रणनीति के केंद्र में रहेगा। इस पहल से यह संकेत मिलता है कि क्राफ्टन भारत में अपनी भागीदारी को केवल गेमिंग तक सीमित न रखते हुए, विस्तृत टेक्नोलॉजी-ड्रिवन बिज़नेस में भी विस्तार करना चाहता है। फंड उन कंपनियों पर फोकस करेगा जिनमें स्केल करने और दीर्घकालिक इनोवेशन की क्षमता हो।
क्राफ्टन की भारत में पहले से मजबूत मौजूदगी है। वर्ष 2021 से अब तक कंपनी 200 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक का निवेश भारतीय गेमिंग और डिजिटल स्टार्टअप्स में कर चुकी है। इसके प्रमुख निवेशों में हाइपरलोकल प्लेटफॉर्म शूरू, फिनटेक कंपनी कैशफ्री पेमेंट्स और गेम स्टूडियो नॉटिलस मोबाइल शामिल हैं, जिसमें क्राफ्टन की नियंत्रक हिस्सेदारी है। कंपनी का लोकप्रिय गेम Battlegrounds Mobile India भी भारत में सैकड़ों मिलियन डाउनलोड्स दर्ज कर चुका है और मोबाइल गेमिंग इकोसिस्टम के विकास में अहम भूमिका निभा रहा है।
अगस्त 2023 में, क्राफ्टन ने दो से तीन वर्षों में भारतीय गेमिंग और एंटरटेनमेंट स्टार्टअप्स में 150 मिलियन अमेरिकी डॉलर निवेश करने की घोषणा की थी, जो मुख्य रूप से शुरुआती चरण के गेम स्टूडियोज़, ई-स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म्स और कंटेंट-आधारित वेंचर्स पर केंद्रित था।
इससे पहले, मार्च 2021 से मध्य 2023 के बीच कंपनी ने नॉडविन गेमिंग, लोको, कुकू एफएम और प्रतिलिपि सहित 11 भारतीय स्टार्टअप्स में करीब 140 मिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश किया था।
नए फंड के साथ, क्राफ्टन अब अपने निवेश दायरे को और व्यापक बना रहा है। जहां नेवर प्लेटफॉर्म्स और डिजिटल कंटेंट में अपनी विशेषज्ञता लाता है, वहीं मिराए एसेट स्थानीय स्तर पर कैपिटल मैनेजमेंट का अनुभव प्रदान करेगा।