भारत में पेप्सिको के सबसे बड़े बॉटलिंग पार्टनर्स में से एक वरुण बेवरेजेस लिमिटेड कथित तौर पर एल्कोहोलिक ड्रिंक्स बनाने के क्षेत्र में कदम रखने की संभावना तलाश रहा है, जो इसके पारंपरिक सॉफ्ट ड्रिंक्स और गैर-कार्बोनेटेड पोर्टफोलियो से संभावित बदलाव का संकेत है।
ईटी रिटेल द्वारा उद्धृत उद्योग सूत्रों के अनुसार वीबीएल और पेप्सिको के बीच चर्चा कम ऐल्कोहॉल वाले रेडी-टू-ड्रिंक (आरटीडी) पेय पदार्थों को लॉन्च करने पर केंद्रित है, जिससे ऐसे उत्पादों की वैश्विक लोकप्रियता और बढ़ती घरेलू रुचि का लाभ उठाया जा सके।
वीबीएल की मूल कंपनी के अध्यक्ष रवि जयपुरिया ने बातचीत की पुष्टि की, तथा ऐल्कोहॉल युक्त पेय पदार्थों के बाजार में प्रवेश की रणनीतिक संभावनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा, "वैश्विक स्तर पर इन उत्पादों में मजबूत वृद्धि देखी गई है, तथा भारत में भी इसी प्रकार के विकास के अवसर मौजूद हैं।"
इस नियोजित उद्यम में भारत भर में वीबीएल के व्यापक विनिर्माण और वितरण नेटवर्क को पेप्सिको की ब्रांड क्षमता और वैश्विक नवाचार क्षमताओं के साथ जोड़ा जाएगा। उद्योग के जानकारों का कहना है कि दोनों कंपनियां किसी भी औपचारिक घोषणा से पहले उत्पाद प्रारूपों, नियामकीय उपायों और विनिर्माण की तैयारी का आकलन कर रही हैं।
एल्कोहोलिक क्षेत्र में प्रवेश बेवरेजेज लिमिटेड के लिए एक महत्वपूर्ण विविधीकरण का प्रतीक होगा, जो वर्तमान में सॉफ्ट ड्रिंक, पैक्ड पानी और अन्य नॉन एल्कोहोलिक ड्रिंक्स पर केंद्रित है।
विश्लेषकों का कहना है कि यह कदम भारत के पेय उद्योग (Beverage Industry) में व्यापक रुझान के अनुरूप है, जहां कंपनियां सुविधाजनक, कम ऐल्कोहॉल वाले विकल्पों के लिए उपभोक्ताओं की बदलती प्राथमिकताओं को पूरा करने के लिए पारंपरिक श्रेणियों से आगे बढ़ रही हैं।
शराब उत्पादन और वितरण के लिए राज्य-दर-राज्य लाइसेंसिंग सहित नियामक बाधाएं एक प्रमुख मुद्दा बनी हुई हैं। फिर भी, पर्यवेक्षकों का मानना है कि अगर वीबीएल और पेप्सिको का संयुक्त आकार और ब्रांड पहचान आगे बढ़ती है, तो यह उद्यम को एक मजबूत प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त दे सकता है।
चर्चाओं से भारत में आरटीडी एल्कोहोलिक ड्रिंक्स के बढ़ते आकर्षण पर जोर दिया गया है और देश के पेय पदार्थ बाजार में संभावित उथल-पुथल का संकेत मिला है, क्योंकि पुरानी कंपनियां विकास के नए रास्ते तलाश रही हैं।