दिल्ली में स्थित ऊर्जा दक्षता समाधान प्रदाता स्मार्ट जूल्स ने अपने सीरीज बी फंडिंग राउंड में 10 मिलियन अमेरिकी डॉलर जुटाए हैं। इस निवेश का नेतृत्व एसबीआई वेंचर्स लिमिटेड द्वारा प्रबंधित एसवीएल एसएमई नीव द्वितीय फंड ने किया, जिसमें सौर ऊर्जा कंपनी वारी और स्पेक्ट्रम इम्पैक्ट ने भी भाग लिया।
2024 में, इसने डेनमार्क सरकार के स्वामित्व वाली एक विकास वित्तीय संस्था, इन्वेस्टमेंट फंड फॉर डेवलपिंग कंट्रीज से 8 मिलियन अमेरिकी डॉलर प्राप्त किए। वहीं कंपनी ने कहा कि यह नई पूंजी देश के वाणिज्यिक और औद्योगिक क्षेत्रों में अपने प्रभाव को बढ़ाने के लिए किए जा रहे प्रयासों के तहत विकास के अगले चरण में सहायक होगी।
इन निधियों का उपयोग ऊर्जा दक्षता और शीतलन संबंधी कार्यों को विनिर्माण, भवन स्वचालन और जिला शीतलन सहित नए क्षेत्रों और बड़ी परियोजनाओं में विस्तारित करने के लिए किया जाएगा। वहीं स्मार्ट जूल्स अपनी तकनीकी, विश्लेषण और जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन क्षमताओं को मजबूत करने की भी योजना बना रही है।
स्मार्ट जूल्स के फाउंडर और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर अर्जुन पी गुप्ता ने कहा कि “टीम ने पिछले एक दशक में कूलिंग और ऑटोमेशन के क्षेत्र में मजबूत विशेषज्ञता हासिल की है। उन्होंने बताया कि कंपनी ने इमारतों और कारखानों को बुद्धिमानी से स्वचालित करने के लिए उन्नत एआई और आईओटी तकनीक विकसित की है।“
उन्होंने आगे कहा "स्पेक्ट्रम, वारी और नीव II फंड के साथ साझेदारी करके हमारा लक्ष्य निर्मित पर्यावरण में ऊर्जा दक्षता को प्राथमिक ईंधन के रूप में स्थापित करके इस दशक के भीतर 29 मिलियन टन कार्बन उत्सर्जन को समाप्त करने के अपने लक्ष्य की दिशा में प्रगति को तेज करना है।"
अर्जुन पी गुप्ता, सिद्धार्थ पी गुप्ता और उज्ज्वल मजूमदार द्वारा 2014 में स्थापित स्मार्ट जूल्स, जूलपेज मॉडल और डीजूल बिल्डिंग मैनेजमेंट सिस्टम जैसे वित्तपोषित ऊर्जा दक्षता सेवा (ईएएएस) समाधान प्रदान करता है। इसके पोर्टफोलियो में जूलकूल भी शामिल है, जो कूलिंग एज ए सर्विस ऑफरिंग है।
कंपनी का लक्ष्य ऊर्जा दक्षता को सरल और लाभदायक बनाना है, जिसके तहत 2030 तक 29 मिलियन टन कार्बन उत्सर्जन को कम करने का लक्ष्य रखा गया है। स्मार्ट जूल्स का दावा है कि अब तक उसने 32 करोड़ यूनिट से अधिक ऊर्जा की बचत की है और 2.4 लाख टन उत्सर्जन में कमी की है। उम्मीद है कि यह नई धनराशि कंपनी को इस लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ने में मदद करेगी।