अपराावा एनर्जी (Apraava Energy) को ब्रिटिश इंटरनेशनल इन्वेस्टमेंट (BII) और स्टैंडर्ड चार्टर्ड से कुल 92 मिलियन अमेरिकी डॉलर की फंडिंग हासिल हुई है, जो भारत में स्मार्ट मीटरिंग और स्वच्छ ऊर्जा पहलों को बड़ी मजबूती देगी। मुंबई स्थित इस एकीकृत ऊर्जा समाधान प्रदाता ने बताया कि BII और स्टैंडर्ड चार्टर्ड दोनों से लगभग 46-46 मिलियन डॉलर के समझौते किए गए हैं।
कंपनी इस फंडिंग का उपयोग देशभर में करीब 20 लाख स्मार्ट मीटर लगाने के लिए करेगी, जिससे बिजली ग्रिड की दक्षता और विश्वसनीयता में सुधार होगा। स्मार्ट मीटर नवीकरणीय ऊर्जा के बेहतर एकीकरण में मदद करेंगे और तकनीकी व वाणिज्यिक नुकसान घटाकर उत्सर्जन कम करने में योगदान देंगे।
वर्ष 2002 में स्थापित अपराावा एनर्जी, CLP Group और La Caisse की संयुक्त स्वामित्व वाली कंपनी है और आज 13 राज्यों में अपनी मौजूदगी रखती है। कंपनी के पास कुल 3.4 GW की स्थापित क्षमता है, जिसमें 1,200 MW विंड एनर्जी, 250 MW सोलर एनर्जी, 1,320 MW सुपर क्रिटिकल कोल प्लांट और 494 किमी तक फैले दो ट्रांसमिशन एसेट शामिल हैं।
फिलहाल कंपनी लगभग 500 किमी की चार नई ग्रीनफ़ील्ड ट्रांसमिशन परियोजनाओं और 300 MW विंड तथा 550 MW सोलर प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है। स्मार्ट मीटरिंग के क्षेत्र में भी कंपनी तेजी से विस्तार कर रही है और असम, गुजरात, पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, पुडुचेरी और मध्य प्रदेश में 78 लाख स्मार्ट मीटर लगाने के ऑर्डर्स पर काम कर रही है अपराावा ने कहा कि वह भविष्य में भी लो-कार्बन सॉल्यूशंस और कस्टमर-फोकस्ड एनर्जी सर्विसेज में निवेश जारी रखेगी।