byt-capital-launches-inr-180cr-fund-for-early-deeptech-ventures
डीप-टेक पर केंद्रित वेंचर कैपिटल फर्म BYT कैपिटल ने प्रारंभिक वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग नवाचारों को समर्थन देने के उद्देश्य से अपने पहले 180 करोड़ रुपये के श्रेणी II वैकल्पिक निवेश फंड के शुभारंभ की घोषणा की है। इस फर्म की स्थापना अमित चंद, दिनेश कुमार और उनके साझेदारों ने की थी, और इसका उद्देश्य अनुसंधान और तकनीकी के क्षेत्र में अग्रणी कंपनियों को सहयोग देना है।
BYT कैपिटल कंपनी के अनुसार, फंड का आधे से अधिक हिस्सा पहले ही सब्सक्राइब हो चुका है, जो शुरुआती निवेशकों की मजबूत रुचि को दर्शाता है। फंड का अंतिम समापन 2026 की तीसरी तिमाही तक होने की उम्मीद है। वहीं 180 करोड़ रुपये के कोष में से 80 करोड़ रुपये ग्रीन शू विकल्प के रूप में अलग रखे गए हैं। निवेशकों की मांग के आधार पर, कंपनी इस कोष को अतिरिक्त 30 करोड़ रुपये से 40 करोड़ रुपये तक बढ़ा सकती है।
इस फंड को उच्च निवल संपत्ति वाले व्यक्तियों और पारिवारिक कार्यालयों के एक समूह का समर्थन प्राप्त है, जिनकी रुचि लॉन्ग-टर्म डीप-टेक निवेश में है। बीवाईटी कैपिटल की योजना 18 से 20 स्टार्टअप में निवेश करने की है, जिसमें शुरुआती निवेश राशि 3 करोड़ रुपये से 6 करोड़ रुपये के बीच होगी। फंड का लगभग 55 प्रतिशत हिस्सा अनुवर्ती निवेश दौर के लिए आरक्षित किया गया है ताकि फाउंडर्स को अपनी तकनीकों को आगे बढ़ाने में मदद मिल सके।
फर्म ने अपने पहले वर्ष में ही अंतरिक्ष टेक्नोलॉजी, जीवन विज्ञान, रोबोटिक्स और स्वच्छ ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई है। ये क्षेत्र भारतीय अनुसंधान संस्थानों और इंजीनियरिंग प्रतिभाओं से उभरने वाले बौद्धिक संपदा आधारित नवाचारों का प्रतिनिधित्व करते हैं। फंड का ध्यान उन उद्यमों पर है जो प्रयोगशाला में हुई महत्वपूर्ण खोजों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी उत्पादों में परिवर्तित कर सकते हैं।
BYT कैपिटल के फाउंडर अमित चंद ने कहा "डीपटेक एक नई बुनियादी ढांचागत परत है, औद्योगिक और आर्थिक विकास के अगले युग के लिए एक अदृश्य लेकिन आवश्यक आधार। यह रणनीतिक स्वतंत्रता को सक्षम बनाता है, उच्च मूल्य वाले विनिर्माण को गति देता है और वैश्विक नवाचार में भारत की स्थिति को मजबूत करता है। सामग्री, क्वांटम, रक्षा, स्वच्छ ऊर्जा और विज्ञान के लिए एआई में प्रगति परिवर्तनकारी है, जो नई क्षमताओं का निर्माण करती है, आपूर्ति श्रृंखलाओं को पुनर्गठित करती है और ऐसे बाजार खोलती है जो पहले मौजूद नहीं थे।"
भविष्य के लिए BYT कैपिटल का लक्ष्य एक ऐसा संस्थागत मंच तैयार करना है जो भारतीय डीप-टेक संस्थापकों को अनुसंधान के प्रारंभिक चरणों से लेकर सफल वैश्विक विस्तार तक सहायता प्रदान करे, साथ ही भारत की रणनीतिक और तकनीकी क्षमताओं में भी योगदान दे।