वर्तमान समय में उद्योग जगत के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए, डीयू के छात्रों को अपना स्टार्टअप खड़ा करने का मौका मिलेगा, जिसमें क्लस्टर इनोवेशन सेंटर (सीआईसी) का डिजाइन इनोवेशन सेंटर इसके लिए छात्रों की मदद करेगा, साथ ही छात्रों को गाइडेंस और आर्थिक मदद भी प्रदान करेगा।
छात्रों को अपने स्टार्टअप को स्थापित करने के लिए जगह की कमी ना हो इसके लिए उन्हें को-वर्किंग स्पेस की सुविधा दी जाएगी, इससे छात्रों का मनोबल बढ़ेगा और वह अपने स्टार्टअप आइडिया को बड़े व्यापार में बदलने के लिए सक्षम बनेंगे।
कैसे होगा छात्रों का चयन?
दिल्ली विश्वविद्यालय ने इनोवेशन एंड स्टार्टअप स्कीम आइडिया (Imagine, Design, Execute, Administer) के तहत छात्रों से ऑनलाइन आवेदन मांगे हैं। उन प्राप्त आवेदन में से जिनको चुना जाएगा उन्हें बिजनेस पिच के लिए बुलाया जाएगा और फिर अंतिम चयन होगा। चुने गए छात्रों को को-वर्किंग स्पेस और सुविधाएं दी जाएंगी और छात्रों को अपने प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए मेंटॉर भी दिए जाएंगे।
इसके साथ ही छात्रों को आर्थिक रूप से ज्यादा सहायता दी जाएगी, ताकि वह अपने इनोवेशन और बिजनेस आइडिया को बखूबी स्टार्टअप में बदल सकें। इस खास सुविधा का लाभ लेने के लिए 30 साल से कम आयु वर्ग के UG और PG छात्र 15 नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया समाप्त होने के बाद साक्षात्कार 24 नवंबर को होंगे। वहीं UG के अंतिम वर्ष के छात्र अपने अंतिम वर्ष प्रोजेक्ट के तहत वो आइडिया देंगे जो कि समाज के सर्विस आइडिया पर आधारित हों।
छात्रों को स्टार्टअप को बहतर ठंग से स्थापित करने के लिए ट्रैनिंग भी दी जाएगी और साथ ही उन्हें 6 महीने तक मेंटॉर के साथ काम करने का अवसर भी मिलेगा और इसके बाद उन्हें सर्टिफिकेट दिया जाएगा।
इसी संदर्भ में सीआईसी ने स्पष्ट किया है कि छात्र में ऐसा कौशल होना चाहिए जिससे कि वे अपने आइडिया को प्रोडक्ट में बदल सकें। इसके लिए स्टाइपेंड नहीं मिलेगा। डिजाइन इनोवेशन सेंटर दिल्ली विश्वविद्यालय के सीआईसी में है जो डिजाइन थिंकिंग, क्रिएटिव प्रैक्टिस, नई टेक्नोलॉजी पर काम कर रहा है। इच्छुक छात्र www.cic.du.ac.in के माध्यम से अपने प्रोजेक्ट आइडिया के लिए आवेदन कर सकते हैं।