दिल्ली के सभी सरकारी स्कूलों में स्टूडेंट्स का मूल्यांकन किया गया कि आखिर उनकी हिंदी, अंग्रेजी और गणित जैसे जरूरी सब्जेक्ट्स में कितनी पकड़ है? अब क्लास 2 से 8 तक के लिए हर स्कूल में एक नियमित पीरियड जोड़ा जाएगा ताकि स्टूडेंट्स पढ़ने, लिखने और गणित की बुनियादी स्किल में अच्छे हो सकें।
NEP 2020 (नई शिक्षा नीति) के अनुरूप है योजना
पहल के जरिए आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मकता (फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमेरसी FNL) के मिशन को पूरा किया जाएगा। यह योजना राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP-2020 ) के अनुरूप है। इसमें हिंदी, अंग्रेजी और गणित की आधारभूत समझ को आगे की शिक्षा की नींव मजबूत करने के लिए बहुत जरूरी बताया गया है।
शिक्षकों को दी गई ट्रेनिंग
इस योजना को लागू करने के लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (SCERT) ने टीचर्स को ट्रेनिंग दी है। SCERT के एक अधिकारी ने बताया कि इन क्लासों के लिए मॉड्यूल तैयार किए गए है और इन्हीं के साथ स्टूडेंट्स को तीनों सब्जेक्ट के बेसिक कॉन्सेप्ट मजबूत किए जाएंगे।

इन खास तरीकों का करेंगे उपयोग
टीचर्स बच्चों को बहुत ही शालीनता और समावेशी ढंग से पढ़ाएंगे। 'बडी पेयर्स', 'स्मॉल ग्रुप सपोर्ट' और 'रोटेशनल टीचर असिस्टेंस' जैसे तरीकों का इस्तेमाल करने को भी कहा गया है। साथ ही कक्षा 2 से लेकर 5 तक के सभी स्टूडेंट्स साथ मिलकर FNL क्लास में बैठेंगे। कोई अलग ग्रुप नहीं बनाया जाएगा। 6 से 8वीं क्लास के स्टूडेंट्स की जरूरत को देखते हुए एक्स्ट्रा मदद दी जाएगी।
मूल्यांकन के बाद दिया जाएगा Certificate
स्कूलों में यह योजना सही तरीके से लागू हो, इसके लिए स्कूल, जिला और स्कूल स्तर पर निगरानी रखी जा रही है। स्कूलों में NIPUN संकल्प मॉनिटरिंग टीम बिना बताए कभी भी स्कूल आकर असेसमेंट कर सकती है। साल के आखिर में 'FLN मेला' में स्टूडेंट्स की उपलब्धियों के बारे में बताया जाएगा और मूल्यांकन के आधार पर ही स्कूलों को 'NIPUN Certified' दर्जा दिया जाएगा।