यहां वे अपनी यात्रा, ब्रांड कॉन्सेप्ट्स के विकास और उद्योग के भविष्य के बारे में अपने विचार साझा कर रहे हैं।
हमें अपने उद्यमशीलता/पेशेवर सफर के बारे में थोड़ा बताएं?
मेरा सफर तीन दशकों का है और इसमें उद्योगपति की गहरी समझ निहित है। एसपी जैन इंस्टीट्यूट से स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी करने के बाद मैंने बिक्री और विपणन में बुनियादी भूमिकाएं निभाईं। अमेरिका के ट्रैवल गियर उद्योग में छह साल के महत्वपूर्ण अनुभव ने मुझे ब्रांड लाइसेंसिंग और फैशन गियर निर्माण में महारत हासिल करने में मदद की। बिक्री, निर्माण और अंतरराष्ट्रीय अनुभव के इस मिश्रण ने मुझे ब्रांड कॉन्सेप्ट्स को विकसित और विस्तारित करने के लिए आवश्यक समग्र दृष्टि प्रदान की। अपने पूरे करियर में, मैं बाजार में अग्रणी बने रहने के लिए लगातार विकसित होता रहा हूं।
ब्रांड कॉन्सेप्ट्स की शुरुआत कब और कैसे हुई? इसकी प्रेरणा क्या थी?
ब्रांड कॉन्सेप्ट्स लिमिटेड की स्थापना भारतीय बाजार में एक बड़ी कमी को पूरा करने और अग्रणी बनने की प्रेरणा से हुई। हालांकि इसकी जड़ें 2000 के दशक के आरंभ में हैं, लेकिन इसका दृष्टिकोण अमेरिका में मेरे प्रवास के दौरान साकार हुआ। मैंने भारत में प्रीमियम, फैशनेबल ट्रैवल गियर की बढ़ती मांग को देखा और भारतीय खुदरा मांग के साथ वैश्विक रुझानों को संरेखित करने की आवश्यकता को पहचाना। इसी से बैगलाइन, हाउस ऑफ लग्जरी की स्थापना हुई, जो हमारा मल्टी-ब्रांड रिटेल प्लेटफॉर्म है और इसके द्वारा ब्रांड कॉन्सेप्ट्स वैश्विक स्तर पर लाइसेंस प्राप्त लाइफस्टाइल उत्पादों में अग्रणी स्थान पर है।
अब तक का अनुभव कैसा रहा है?
यह बेहद सफल रहा है, हमने भारत के ट्रैवल गियर सेगमेंट में एक मजबूत नेतृत्व स्थापित किया है और वैश्विक स्तर पर लाइसेंस प्राप्त और स्वामित्व वाले दोनों ब्रांडों को सफलतापूर्वक एकीकृत किया है। बेहतरीन डिजाइन और क्वॉलिटी पर हमारा ध्यान इस विकास का मुख्य आधार रहा है।
ब्रांड कॉन्सेप्ट के अंतर्गत कितने ब्रांड हैं?
हम विविध रणनीतिक पोर्टफोलियो का संचालन करते हैं जिसमें निम्नलिखित शामिल हैं:
लाइसेंस प्राप्त ब्रांड: जूसी कूट्योर, टॉमी हिलफिगर ट्रैवल गियर, यूनाइटेड कलर्स ऑफ बेनेटन, एरोपोस्टेल, सुपरड्राई और हाल ही में शामिल हुआ ऑफ-व्हाइट
स्वामित्व वाले ब्रांड: शुगरश (महिलाओं के हैंडबैग) और द वर्टिकल (लाइफस्टाइल एक्सेसरीज)
ब्रांड कॉन्सेप्ट्स के अपने विनिर्माण लेबल के बारे में हमें विस्तार से बताएं?
हमारे अपने ब्रांड हमारी रणनीति का मूल आधार हैं, शुगरश ने महिलाओं के हैंडबैग सेगमेंट में अपनी मजबूत पकड़ बनाई है, जबकि द वर्टिकल पुरुषों के बैकपैक और लाइफस्टाइल एक्सेसरीज की श्रेणी में आता है। विनिर्माण क्षेत्र में मेरे अनुभव से सख्त परिचालन निगरानी और गुणवत्ता मानकों का पालन सुनिश्चित होता है, जिससे हमें मजबूत प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त मिलती है।
आपका प्रबंधन मंत्र क्या है?
मेरी नेतृत्व शैली तीन स्तंभों पर आधारित है: कुशल पर्यवेक्षण, रणनीतिक दूरदर्शिता और परिचालन दक्षता। मैं नीति, संगठनात्मक विकास और प्रशासन के क्षेत्र में समग्र नेतृत्व पर ध्यान केंद्रित करता हूं और साथ ही हमारी ब्रांड लाइसेंसिंग रणनीति का संचालन करता हूं। मेरा लक्ष्य अग्रणी बनना, नवाचार करना और सतत विकास को गति देना है।
ब्रांड कॉन्सेप्ट्स की वित्त वर्ष 2026 के लिए विस्तार योजनाएं क्या हैं?
हम अपने वैश्विक लाइसेंस प्राप्त ब्रांडों और स्वामित्व वाले लेबलों के एकीकरण को और मजबूत करके आक्रामक विकास को बनाए रखने का लक्ष्य रखते हैं। विस्तार में बैगलाइन और विशिष्ट ब्रांड आउटलेट्स के माध्यम से अपने रिटेल नेटवर्क का विस्तार करना और उभरते बाजारों पर कब्जा करने के लिए डिजिटल मार्केटिंग को गति देना शामिल है।
भारत के भीतर, कौन से क्षेत्र बड़े बाजारों के रूप में उभर रहे हैं?
महानगरों का महत्व अभी भी बना हुआ है, लेकिन अब द्वितीय और तृतीय स्तर के शहर विकास के प्रमुख केंद्र बन गए हैं। इन बाजारों में उपभोक्ता तेजी से प्रीमियम, ब्रांडेड लाइफस्टाइल उत्पादों की तलाश कर रहे हैं और हम तदनुसार अपनी उपस्थिति को और मजबूत कर रहे हैं।
कंपनी ने फ्रेंचाइज़िंग में उतरने का फैसला क्यों किया? यह सफर कैसा रहा है?
हैंडबैग, ट्रैवल गियर और लाइफस्टाइल एक्सेसरीज श्रेणी में अग्रणी बनने के हमारे विजन को साकार करने के लिए बैगलाइन का फ्रैंचाइज़िंग मॉडल बेहद जरूरी था। इससे ब्रांड पोर्टफोलियो में एक विशिष्ट रिटेल अनुभव सुनिश्चित करते हुए तेजी से विस्तार संभव हो पाता है। यह यात्रा सफल रही है, जिससे ब्रांड की अखंडता से समझौता किए बिना हमारी पहुंच का विस्तार हुआ है।
आज बैग और ट्रैवल गियर बाजार को परिभाषित करने वाले तीन रुझान
प्रीमियम ब्रांड लाइसेंसिंग: प्रतिष्ठित वैश्विक ब्रांडों के लिए उपभोक्ताओं की प्रबल मांग।
ओमनी-चैनल लक्ज़री: सफलता के लिए एक एकीकृत खुदरा और डिजिटल अनुभव महत्वपूर्ण है।
फैशन और कार्यक्षमता: यात्रा के सामान को अब केवल उपयोगी वस्तु नहीं बल्कि स्टाइल स्टेटमेंट के रूप में भी काम करना चाहिए।
आने वाले पांच वर्षों में बाजार का स्वरूप कैसे बदलेगा?
- प्रीमियम उत्पादों की बढ़ती मांग: उच्च गुणवत्ता वाले, परिष्कृत उत्पादों की बढ़ती मांग।
- उद्योग का समेकन: विविध वैश्विक और स्वदेशी पोर्टफोलियो पेश करने वाले संगठित खिलाड़ी हावी रहेंगे।
- गहन डिजिटल एकीकरण: वैश्विक रुझानों को तेजी से अपनाना और अधिक चुस्त प्रतिक्रिया चक्र।
आपने विकास और विस्तार के लिए प्रौद्योगिकी/एआई को किस प्रकार एकीकृत किया है?
प्रौद्योगिकी हमारे विकास का केंद्र है:
- रणनीतिक पूर्वानुमान: डेटा-आधारित अंतर्दृष्टि मांग नियोजन को बेहतर बनाती है और इन्वेंट्री जोखिमों को कम करती है।
- लक्षित डिजिटल मार्केटिंग: सटीक रूप से संचालित अभियान ब्रांड की दृश्यता और निवेश पर लाभ (आरओआई) को मजबूत करते हैं।
- कुशल संचालन: प्रौद्योगिकी निर्बाध प्रशासन, गुणवत्ता नियंत्रण और बहु-चैनल प्रबंधन में सहायक होती है।