सालासर टेक्नो इंजीनियरिंग लिमिटेड ने उत्तर प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPTCL) से 232 करोड़ रुपये का नया टर्नकी ट्रांसमिशन लाइन प्रोजेक्ट हासिल किया है। इस प्रोजेक्ट को जर्मनी के राज्य स्वामित्व वाले विकास बैंक KfW द्वारा अंतरराष्ट्रीय फंडिंग का सपोर्ट प्राप्त है और यह उत्तर प्रदेश के प्रमुख क्षेत्रों में पावर ट्रांसमिशन इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करेगा।
इस प्रोजेक्ट का ठेका नवंबर 2025 में दिया गया और इसमें 400 KV DC Twin Moose Banda-Chitrakoot ट्रांसमिशन लाइन का निर्माण शामिल है। Salasar का कार्यक्षेत्र इंजीनियरिंग, डिटेल्ड डिज़ाइन, उपकरण और सामग्री की आपूर्ति, स्थापना, परीक्षण और अंतिम कमीशनिंग तक फैला है। यह ट्रांसमिशन लाइन लगभग 130 किलोमीटर लंबी होगी और बांदा और चित्रकूट जिलों को जोड़ेगी।
परियोजना चालू होने के बाद राज्य में ग्रिड स्थिरता बढ़ने और बिजली आपूर्ति की विश्वसनीयता सुधारने की उम्मीद है। उद्योग अधिकारियों के अनुसार, यह प्रोजेक्ट तकनीकी ट्रांसमिशन नुकसान को कम करने में मदद करेगा और औद्योगिक विस्तार व तेजी से शहरीकरण के चलते बढ़ती बिजली मांग को पूरा करेगा।
सालासर टेक्नो इंजीनियरिंग लिमिटेड (Salasar Techno Engineering Limited) के एमडी शशांक अग्रवाल ने कहा, "यह प्रतिष्ठित UPPTCL प्रोजेक्ट Salasar की राष्ट्रीय महत्व की हाई वोल्टेज ट्रांसमिशन परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा करने की क्षमता को फिर से प्रमाणित करता है। हमारी एकीकृत EPC विशेषज्ञता, मजबूत निष्पादन ढांचा और गुणवत्ता व सुरक्षा पर ध्यान हमें भारत के ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन इकोसिस्टम की अपेक्षाओं को पूरा करने में सक्षम बनाता है।"
सालासर टेक्नो इंजीनियरिंग लिमिटेड (Salasar Techno Engineering Limited 2001) में आलोक कुमार और शशांक अग्रवाल द्वारा स्थापित की गई थी। कंपनी पावर, टेलिकॉम, रेलवे, सोलर प्रोजेक्ट, ब्रिज और प्रीफैब्रिकेटेड बिल्डिंग्स के लिए स्टील स्ट्रक्चर और EPC सेवाएं प्रदान करती है और भारत तथा विदेशों में 600 से अधिक ग्राहकों को समाधान दे चुकी है।