भारत के इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) उद्योग के लिए अक्टूबर महीना बेहद शानदार रहा। इस दौरान कुल ईवी रजिस्ट्रेशन 2.34 लाख यूनिट के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए- जो अब तक का सबसे ऊंचा मासिक आंकड़ा है। सभी सेगमेंट्स में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई, जबकि इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बिक्री ने इस कैलेंडर वर्ष में 10 लाख यूनिट का आंकड़ा पार कर लिया, और अभी दो महीने बाकी हैं।
यह तेजी तब देखने को मिली जब बाजार में ईवी वॉल्यूम में गिरावट की आशंका थी, खासकर मैग्नेट की कमी और आईसीई वाहनों पर जीएसटी कटौती के कारण कीमतों के अंतर में कमी से। इसके बावजूद, त्योहारी सीजन ने ईवी की बिक्री को नई रफ्तार दी।
इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेगमेंट ने अक्टूबर में 1.44 लाख यूनिट की रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की, जो साल-दर-साल 3% और महीने-दर-महीने 37% की वृद्धि दर्शाती है। इस श्रेणी में बजाज ऑटो शीर्ष पर रहा, जिसकी बिक्री 31,207 यूनिट रही (सितंबर के 19,689 यूनिट से अधिक)। इसके बाद टीवीएस मोटर ने 29,494 यूनिट, एथर एनर्जी ने 28,082 यूनिट और ओला इलेक्ट्रिक ने 16,034 यूनिट की बिक्री की।
हीरो मोटोकॉर्प और ग्रीव्स इलेक्ट्रिक मोबिलिटी ने भी इस वर्ष की अपनी सर्वाधिक मासिक बिक्री दर्ज की — क्रमशः 15,947 यूनिट और 7,629 यूनिट।
इलेक्ट्रिक पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट (ई-कार्स और ई-एसयूवी) में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई। इस श्रेणी में 17,874 यूनिट की रजिस्ट्रेशन हुई, जो पिछले वर्ष अक्टूबर 2024 के 11,428 यूनिट और सितंबर 2025 के 16,346 यूनिट से अधिक है।
टाटा मोटर्स ने इस सेगमेंट में अपनी नेतृत्व स्थिति बरकरार रखी, जिसकी बिक्री 7,150 यूनिट रही। इसके बाद जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर ने 4,525 यूनिट, महिंद्रा ने 3,875 यूनिट, और वियतनामी कंपनी विनफास्ट ने भारत में अपनी एंट्री के साथ 131 इलेक्ट्रिक कारें बेचीं।
इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर सेगमेंट (ई-रिक्शा को छोड़कर) में भी तेजी रही, जहां अक्टूबर में 70,604 यूनिट की रजिस्ट्रेशन हुई, जो सितंबर के 61,044 यूनिट और पिछले वर्ष अक्टूबर के 67,173 यूनिट से अधिक है।
कुल मिलाकर, अक्टूबर ने भारत के इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग के लिए रिकॉर्ड बिक्री और पहुंच स्थापित कि हैं, जिससे यह साफ है कि देश में ईवी क्रांति अब और मजबूत गति पकड़ चुकी है।