छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए दिल्ली सरकार द्वारा 'महामना पंडित मदन मोहन मालवीय विद्या शक्ति मिशन' के तहत सरकारी स्कूलों के 2200 मेधावी छात्र-छात्राओं को JEE, NEET और CUET जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए देश के बड़े कोचिंग संस्थानों में मुफ्त कोचिंग दी जा रही है। बता दें कि वर्तमान में शिक्षा और व्यवसाय क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा को देखते हुए दिल्ली सरकार ने यह अहम फैसला लिया है, जिससे छात्रों को शैक्षणिक और आर्थिक सहायता मिलेगी।
आइए जानें इस मिशन' में क्या है खास
दिल्ली सरकार द्वारा लागू इस 'महामना पंडित मदन मोहन मालवीय विद्या शक्ति मिशन' के तहत छात्र-छात्राओं को इस समय देश के बड़े कोचिंग संस्थानों से मुफ्त कोचिंग मिल रही है। ये कोचिंग JEE, NEET, CLAT, CA फाउंडेशन और CUET जैसे बड़े प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए दी जा रही है।
कोचिंग एम्पैनल्ड इंस्टीट्यूशन्स के जरिए दी जाएगी
इस मिशन के तहत कोचिंग एम्पैनल्ड इंस्टीट्यूशन्स के जरिए दी जाएगी, जिनमें आकाश इंस्टीट्यूट, नारायण एकेडमी, केडी कैंपस और रवींद्र इंस्टीट्यूट शामिल हैं। स्टूडेंट्स को स्कूल के समय के बाद और वीकेंड पर क्लासरूम कोचिंग, लाइव सेशन, स्टडी मटीरियल और टेस्ट की तैयारी में सपोर्ट मिलेगा।
इस योजना में बेटियों के लिए है विशेष आरक्षण
JEE, NEET, CLAT और CA कोर्स में कुल सीटों में से 50 सीटें केवल लड़कियों के लिए आरक्षित हैं। इसके अतिरिक्त CUET-UG की 1000 सीटों में से 150 सीटें पहले से लड़कियों के नाम हैं।
21 करोड़ की यह योजना छात्रों के सुनहरे भविष्य का करेगी निर्माण
'महामना विद्या शक्ति मिशन' के बारे में शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने 1 दिसंबर 2025 को शिक्षा निदेशालय की बैठक में जानकारी दी थी, कि 'महामना पंडित मदन मोहन मालवीय विद्या शक्ति मिशन' के तहत अभी तक 2200 बच्चों का चयन हो चुका है। ये बच्चे आकाश, नारायणा, KD कैंपस और रवीन्द्र इंस्टीट्यूट जैसे संस्थानों में पढ़ रहे हैं।
इस मिशन के बारे में शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने आगे बताया कि "इस मिशन में विद्यार्थियों को कक्षा शिक्षण, लाइव सत्र, अध्ययन सामग्री और टेस्ट प्रिपरेशन सहयोग प्रदान किया जाएगा। साथ ही इस मिशन के अंतर्गत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से सुसज्जित कक्षाएं, मानवीय मूल्यों पर आधारित शिक्षा प्रणाली और प्रत्येक बच्चे के लिए वास्तविक समान अवसर प्रदान किए जा रहे हैं।" फिलहाल क्लासें स्कूल समय के बाद और वीकेंड पर चल रही हैं।
इस मिशन के उद्देश्य के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने कहा "हम बच्चों को सिर्फ किताबें और कोचिंग नहीं दे रहे, बल्कि बड़े सपने देखने का हौसला और भावनात्मक मजबूती भी दे रहे हैं।" उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व को इस योजना का आधार बताया।