इलेक्ट्रिक पावरट्रेन डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग कंपनी त्सुयो मैन्युफैक्चरिंग ने अवाना कैपिटल के नेतृत्व में प्री-सीरीज़ A फंडिंग राउंड में 40 करोड़ रुपये जुटाए हैं। अवाना कैपिटल (Avaana Capital) एक वेंचर कैपिटल फर्म है जो डीप-टेक इनोवेशन में निवेश करती है।
यह पूंजी कंपनी के दूसरे अनुसंधान एवं विकास (R&D) केंद्र की स्थापना और एक नई ग्रीनफील्ड मैन्युफैक्चरिंग यूनिट शुरू करने में उपयोग की जाएगी। त्सुयो (Tsuyo) वर्तमान में महिंद्रा, वोल्वो आइशर और सोनालिका जैसे प्रमुख ओईएम (OEM) को इंटीग्रेटेड पावरट्रेन सॉल्यूशन उपलब्ध कराती है। कंपनी के उत्पाद तिपहिया, चार-पहिया, हल्के और भारी कमर्शियल वाहनों तथा ऑफ-रोड वाहनों में उपयोग किए जाते हैं।
त्सुयो (Tsuyo) के पास 29 पेटेंट योग्य इनोवेशन हैं, जिनमें रेयर-अर्थ-फ्री मोटर्स और हाइब्रिड मैग्नेट-आधारित मोटर्स शामिल हैं। कंपनी फिलहाल भारत की एकमात्र सप्लायर है जिसने हेवी कमर्शियल व्हीकल्स (बसों और ट्रकों) के लिए मान्य पावरट्रेन प्लेटफॉर्म विकसित किया है, साथ ही ICE (Internal Combustion Engine) वाहनों के लिए रेट्रोफिट सॉल्यूशंस भी प्रदान करती है।
अवाना कैपिटल के वेंचर पार्टनर विकास वर्मा ने कहा, “Tsuyo की इन-हाउस पावरट्रेन तकनीक इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और इंडस्ट्रियल इक्विपमेंट के लिए बेहद महत्वपूर्ण है और यह भारत की स्वदेशी इनोवेशन क्षमता को दर्शाती है।”
नया मैन्युफैक्चरिंग प्लांट त्सुयो की तीसरी यूनिट होगी, जहां 250 kW तक की क्षमता वाले हाई-वॉटेज इलेक्ट्रिक मोटर्स और ट्रांसमिशन असेंबलियों का उत्पादन किया जाएगा। इस प्लांट में व्हीकल टेस्टिंग ट्रैक और एंड-ऑफ-लाइन वेलिडेशन सिस्टम्स भी होंगे, जो पीएम ई-ड्राइव और फेम मानकों के अनुरूप होंगे।
नया R&D सेंटर पावर इलेक्ट्रॉनिक्स, एंबेडेड सिस्टम्स और प्रोटोटाइप डेवलपमेंट पर केंद्रित रहेगा, जिससे कंपनी की टेक्नोलॉजी पाइपलाइन और मजबूत होगी।
त्सुयो (Tsuyo) के संस्थापक और सीईओ विजय कुमार ने कहा, “हमारा लक्ष्य भारत में बने पावरट्रेन सिस्टम्स को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाना है। अवाना (Avaana) के सहयोग से हम हाई-वॉटेज मोटर उत्पादन और डीप-टेक रिसर्च को तेजी से बढ़ा रहे हैं।”
वर्ष 2020 में स्थापित त्सुयो के पास इन-हाउस डिजाइन, डेवलपमेंट और मैन्युफैक्चरिंग क्षमता है। इसका उत्पाद पोर्टफोलियो SPMSM, IPMSM, ACIM, SRM और SynRM मोटर तकनीकों को शामिल करता है, साथ ही VCU, TCU, DC-DC कन्वर्टर्स, गियरबॉक्स और IoT सिस्टम्स जैसे कंपोनेंट भी शामिल हैं।
अब तक कंपनी ने 1.5 लाख से अधिक पावरट्रेन यूनिट्स की डिलीवरी की है और 25 से अधिक OEMs (हीरो, महिंद्रा, वोल्वो-आइशर, सोनालिका, ग्रीव्स, लिवगार्ड आदि) के साथ काम कर रही है। कंपनी फिलहाल श्रीलंका, बांग्लादेश और फिलीपींस को निर्यात करती है और जल्द ही दक्षिण-पूर्व एशिया, जापान, कोरिया और यूरोप में विस्तार की योजना बना रही है।
कंपनी की विकास रणनीति में 20,000 यूनिट्स की वार्षिक उत्पादन क्षमता, वैश्विक प्रमाणन प्राप्त करना, 1.5 से 90 टन तक के वाहनों के लिए रेट्रोफिट समाधान लॉन्च करना और अगले तीन वर्षों में 7 से 8 गुना वृद्धि हासिल करना शामिल है। त्सुयो को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) द्वारा आईसीई से ईवी रेट्रोफिट प्रोजेक्ट के लिए भी चुना गया है।