बेंगलुरु स्थित वेकफिट इनोवेशन (Wakefit Innovations Ltd) के आईपीओ (IPO) को दूसरे दिन के अंत तक 0.36 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। कंपनी को कुल 3,63,53,277 शेयरों के मुकाबले 1,31,66,240 शेयरों के लिए आवेदन प्राप्त हुए। रिटेल कैटेगरी में यह इश्यू 1.69 गुना भरा, जबकि NII श्रेणी में सब्सक्रिप्शन 0.20 गुना रहा।
वर्ष 2016 में अंकित गर्ग और चैतन्य रामलिंगेगौड़ा द्वारा स्थापित वेकफिट (Wakefit) ने 'मेकर-टू-कस्टमर' मॉडल से शुरुआत की थी। आज कंपनी ₹1,270 करोड़ से अधिक वार्षिक राजस्व कमा रही है और देश के 700 जिलों में बेच रही है। कंपनी ₹1,289 करोड़ के IPO के साथ बाजार में उतर रही है, जिसमें 377 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू और संस्थापकों व Peak XV Partners की बड़ी OFS हिस्सेदारी शामिल है।
वेकफिट (Wakefit) का मुख्य व्यवसाय मैट्रेस (61%), फर्निचर (28%), और होम एसेंशियल्स है। कंपनी का 65% बिक्री अपना वेबसाइट और COCO स्टोर्स से आती है, बाकी Amazon और Flipkart जैसे मार्केटप्लेस से।
कंपनी की आय FY23 के ₹812 करोड़ से बढ़कर FY25 में ₹1,273 करोड़ हो गई है, लेकिन मुनाफ़ा उतार-चढ़ाव भरा रहा है—FY23 और FY25 में घाटे के बाद FY26 की पहली छमाही में Wakefit ₹35 करोड़ का लाभ दिखा रही है। लगातार बढ़ते COCO स्टोर (FY23 में 23 से FY25 में 105) और लीज़ खर्च ने लागत बढ़ा दी है, जो लाभप्रदता पर दबाव डाल सकता है।
आईसीआईसीआई डायरेक्ट (ICICI Direct) ने कंपनी को "Avoid" रेटिंग देते हुए कहा कि असंगठित खिलाड़ियों के 70% हिस्सेदारी वाले बाजार में वेकफिट (Wakefit) की स्टोर विस्तार रणनीति तत्काल प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त नहीं देगी। वहीं, JM Financials ने इसकी D2C नेतृत्व, तेज़ ग्रोथ और वर्टिकली इंटीग्रेटेड मॉडल को ताकत बताया लेकिन लाभ की अस्थिरता और प्रतिस्पर्धा को जोखिम माना। ऊपरी प्राइस बैंड पर वेकफिट (Wakefit) का वैल्यूएशन ₹6,300 करोड़, यानी 40–50x P/E बैठता है।
Corona Remedies IPO को निवेशकों की जबरदस्त मांग, 9.2 गुना बुकिंग
अहमदाबाद स्थित कोरोना रेमेडीज (Corona Remedies) का आईपीओ (IPO) निवेशकों के बीच बेहद लोकप्रिय हो रहा है और अब तक 9.2 गुना सब्सक्रिप्शन जुटा चुका है। GMP के अनुसार, स्टॉक में लगभग 24% लिस्टिंग गेन की उम्मीद है।
कोरोना रेमेडीज (Corona Remedies) एक ब्रांडेड फार्मास्यूटिकल फॉर्म्युलेशन कंपनी है, जो महिलाओं के स्वास्थ्य, कार्डियो-डायबेटिक, पेन मैनेजमेंट, यूरोलॉजी समेत कई प्रमुख थेरेपी क्षेत्रों में काम करती है। कंपनी की 70+ प्रोडक्ट लाइनों में से 27 इंजन ब्रांड 70% से अधिक आय लाते हैं।
FY25 में Corona ने 1,196 करोड़ रुपये राजस्व और 149.4 करोड़ रुपये मुनाफ़ा दर्ज किया—जो मजबूत लाभप्रदता दर्शाता है। इस साल कंपनी ने Bayer India से 7 फार्मा ब्रांड खरीदे, जिससे कार्डियोलॉजी, हार्मोन थेरेपी और महिलाओं के स्वास्थ्य क्षेत्रों में उसकी पकड़ मजबूत हुई।
आईपीओ IPO (655.37 करोड़ रुपये) का है जिसकी कीमत 1,008–1,062 प्रति शेयर तय हुई है और यह पूरा का पूरा OFS है—यानि कंपनी को कोई नई पूंजी नहीं मिलेगी। एंकर निवेशकों ने पहले ही ₹195 करोड़ झोंककर मजबूत संस्थागत भरोसा दिखाया है।
ऊपरी प्राइस बैंड पर कंपनी का वैल्यूएशन ₹6,500 करोड़ के करीब है, जो FY25 के आधार पर मिड-40s P/E में बैठता है—भारतीय मिड-साइज़ फार्मा सेक्टर के हिसाब से सामान्य।
आनंद राठी (Anand Rathi) ने कोरोना (Corona) की विविध थेरेपी उपस्थिति को उसकी बड़ी ताकत बताया, वहीं जेएम फाइनेंशियल (JM Financials) ने उद्योग में तीव्र प्रतिस्पर्धा, रेगुलेटरी जोखिम और कच्चे माल की कीमतों के उतार-चढ़ाव को प्रमुख जोखिमों के रूप में रेखांकित किया।