देश की प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनी बजाज ऑटो (Bajaj Auto) अब इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल के क्षेत्र में बड़ा कदम उठाने जा रही है। कंपनी ने कहा है कि वह एक पूरी तरह नया इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल प्लेटफॉर्म तैयार कर रही है। बजाज ऑटो के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर राकेश शर्मा ने इसे कंपनी के “विगोरस R&D पुश” यानी गहन रिसर्च और डेवलपमेंट प्रयास का हिस्सा बताया है।
यह प्लेटफॉर्म पूरी तरह इन-हाउस विकसित किया जा रहा है और इसमें एंट्री-लेवल कम्यूटर बाइक से लेकर हाई-परफॉर्मेंस मोटरसाइकिलों तक कई सेगमेंट शामिल होंगे। यानी बजाज की यह पहल कंपनी की ईवी रणनीति के अगले चरण को दर्शाती है।
राकेश शर्मा ने कहा कि कंपनी का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि जब इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल बाजार में तेजी आए, तो बजाज ऑटो पूरी तरह तैयार हो। उन्होंने कहा, “हमारे पास हर तरह के उपयोग के लिए विकल्प होने चाहिए। यह कहना मुश्किल है कि कौन-सा मॉडल हिट होगा या नहीं, लेकिन मौके को गंवाने से बेहतर है कि कोशिश की जाए।”
बजाज की यह पहल ऐसे समय में आई है जब इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेगमेंट में प्रतिस्पर्धा तेज हो रही है। रॉयल एनफील्ड ने हाल ही में मिलान में EICMA 2025 शो में अपना दूसरा इलेक्ट्रिक प्रोटोटाइप पेश किया है, जबकि अल्ट्रावायलेट, रिवोल्ट और ओबेन जैसी स्टार्टअप कंपनियां भी इस क्षेत्र में तेजी से कदम बढ़ा रही हैं।
इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल सेगमेंट अभी शुरुआती दौर में है और फिलहाल यह भारत के कुल इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन बाजार का 1% से भी कम हिस्सा रखता है। इसकी धीमी गति की वजह है महंगी बैटरी, सीमित रेंज और मिड-परफॉर्मेंस बाइक्स की कमी।
बजाज ऑटो अपने इस प्रोजेक्ट को Chetak Technology Ltd (CTL) के अनुभवों के साथ आगे बढ़ा रही है, जिसने कंपनी के इलेक्ट्रिक स्कूटर कारोबार को सफलता दिलाई है। कंपनी का फोकस स्पीड से ज्यादा रणनीतिक तैयारी (Strategic Readiness Over Speed) पर है यानी भविष्य के बाजार के लिए पहले से तैयार रहना।
उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि बजाज की ताकत उसके स्केल, सप्लाई चेन और KTM व Triumph जैसी कंपनियों के साथ साझेदारी में है, जो इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल विकास को तेजी दे सकती है।
कंपनी की यह नई पहल उसके व्यापक EV रोडमैप का हिस्सा है, जिसमें चेतक स्कूटर लाइनअप का विस्तार, इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर, और एक्सपोर्ट के लिए छोटे इलेक्ट्रिक वाहन शामिल हैं। राकेश शर्मा ने कहा,“हमारा ध्यान सिर्फ आज की जरूरतों पर नहीं, बल्कि आने वाले कल के लिए तैयार रहने पर है।”