FAE Beauty ने स्प्रिंग मार्केटिंग कैपिटल के नेतृत्व में एक नए फंडिंग राउंड में 17 करोड़ रुपये (2 मिलियन अमेरिकी डॉलर) जुटाए हैं। इस राउंड में इसके मौजूदा निवेशकों टाइटन कैपिटल विनर्स फंड, अरिहंत पाटनी और एंजेल बैकर्स के एक समूह ने भी हिस्सा लिया।
यूसी बर्कले स्नातक और प्रशिक्षित मेकअप कलाकार करिश्मा केवलरमानी द्वारा स्थापित, एफएई ब्यूटी का उद्देश्य भारतीय त्वचा के रंग और बनावट के लिए रंगीन सौंदर्य प्रसाधनों को नया रूप देना है।
लिप व्हिप, लश ब्लश और आई डील काजल जैसे इसके लोकप्रिय उत्पाद उन उपभोक्ताओं की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं जो भारतीय रंग-रूप की एक विस्तृत श्रृंखला से मेल खाने वाला मेकअप चाहते हैं। इन उत्पादों में हाइड्रेशन सपोर्ट, एंटी-पिगमेंटेशन तत्व और स्मज-प्रूफ फ़िनिश जैसे स्किनकेयर तत्व भी शामिल हैं, जो जेनरेशन ज़ेड और मिलेनियल खरीदारों को बेहद पसंद आते हैं।
मुंबई स्थित इस ब्रांड की योजना नए फंड का इस्तेमाल उत्पाद नवाचार को मज़बूत करने, ज़्यादा चेहरे-केंद्रित श्रेणियां शुरू करने और अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए करने की है। इसका लक्ष्य डी2सी प्लेटफॉर्म, ऑनलाइन मार्केटप्लेस, क्विक कॉमर्स सेवाओं और ऑफलाइन स्टोर्स में विस्तार करना है।
केवलरमानी के अनुसार आज के उपभोक्ता मेकअप में प्रदर्शन, देखभाल और सटीक रंगत के संयोजन की अपेक्षा रखते हैं। FAE Beauty ने अपनी वेबसाइट और अमेज़न, नाइका, ब्लिंकिट, टीरा और मिंत्रा जैसे प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध उत्पादों के साथ लगातार विकास देखा है। ब्रांड ने होंठ और आंखों के क्षेत्र में प्रमुख उत्पादों पर ध्यान केंद्रित किया है और हाल ही में स्किन टिंट और अन्य फेस उत्पादों के क्षेत्र में भी कदम रखा है। अत: FAE Beauty का मुकाबला शुगर कॉस्मेटिक्स, के ब्यूटी, माईग्लैम, रेनी कॉस्मेटिक्स और प्लम जैसे भारतीय ब्रांडों से है।