भारत ने 2025 में इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया और देशभर के पेट्रोल पंपों पर हजारों नए चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय की वर्षांत प्रेस रिलीज़ के अनुसार, FAME-II योजना के तहत 8,932 चार्जिंग स्टेशन रिटेल आउटलेट्स पर लगाए गए। इसके अलावा, ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने अपनी पूंजी से 18,500 से अधिक स्टेशन बनाए, जिससे कुल चार्जिंग स्टेशन संख्या 27,432 हो गई।
यह वृद्धि इलेक्ट्रिक कार और बाइक चलाने वालों के लिए चार्जिंग आसान बनाएगी, क्योंकि ये स्टेशन वही स्थान हैं जहां लोग पहले से ईंधन भरवाने जाते हैं। सार्वजनिक क्षेत्र की ऑयल मार्केटिंग कंपनियां 2024-25 से 2028-29 के बीच प्रमुख मार्गों और अन्य उपयुक्त स्थानों पर 4,000 ऊर्जा स्टेशन स्थापित करेंगी। ये स्टेशन पेट्रोल और डीज़ल के साथ-साथ वैकल्पिक ईंधन जैसे बायोफ्यूल, CNG, LNG और इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग सुविधाएं भी प्रदान करेंगे।
बड़ी ट्रकों के लिए भी विशेष ध्यान दिया गया। "अपना घर" परियोजना के तहत 500 से अधिक ट्रकर्स रेस्ट एरिया बनाए गए, जो सड़क सुरक्षा बढ़ाने और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन में मदद करेंगे।
साल 2025 में बायोफ्यूल ने भी महत्वपूर्ण प्रगति दिखाई। पेट्रोल में एथेनॉल मिश्रण 19.24% तक पहुंच गया, जिससे ₹1.55 लाख करोड़ से अधिक का विदेशी मुद्रा बचत और कार्बन उत्सर्जन में महत्वपूर्ण कमी हुई। प्रधान मंत्री जी-वन योजना के तहत उन्नत बायोफ्यूल को बढ़ावा दिया गया, और पानिपत तथा नुमालिगढ़ में दूसरी पीढ़ी के एथेनॉल प्लांट चालू किए गए। यह प्रयास भारत को स्वच्छ और अधिक कुशल परिवहन प्रणाली की दिशा में आगे बढ़ाने का हिस्सा हैं।