पैनासोनिक लाइफ सॉल्यूशंस इंडिया के चेयरमैन मनीष शर्मा ने कंपनी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पिछले एक दशक से भी अधिक समय तक कंपनी का नेतृत्व किया। शर्मा इस साल के अंत तक कंपनी के साथ बने रहेंगे ताकि नए नेतृत्व को सुचारू रूप से जिम्मेदारी सौंपी जा सके।
मनीष शर्मा ने 2008 में पैनासोनिक से जुड़कर 2012 में एमडी और सीईओ का पद संभाला था। वर्ष 2021 में वे कंपनी के चेयरमैन बने। उन्होंने पीटीआई से कहा, “यह मेरा व्यक्तिगत और सोचा-समझा फैसला है। मैं आगे भी देश में मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ को बढ़ावा देने में योगदान दूंगा।” उन्होंने बताया कि वे जनवरी 2026 में अपने अगले कदम की घोषणा करेंगे।
पैनासोनिक ने कहा कि मनीष शर्मा ने भारत में कंपनी के बिज़नेस, विकास और काम करने के तरीके को मजबूत बनाने में बड़ी भूमिका निभाई है। बदलाव की इस अवधि में वे कंपनी की मदद करते रहेंगे, जबकि मौजूदा एमडी और सीईओ तदाशी चिबा भारत में कंपनी का कामकाज संभालते रहेंगे।
सूत्रों के अनुसार, शर्मा ने 7 नवंबर 2025 को एक टाउनहॉल मीटिंग में अपने इस्तीफे की घोषणा की, जिसमें पैनासोनिक कॉर्पोरेशन के सीईओ मसाहिरो शिनाडा भी मौजूद थे।
मनीष शर्मा उन पहले भारतीयों में से एक थे जिन्हें किसी जापानी बहुराष्ट्रीय कंपनी ने भारत में शीर्ष नेतृत्व की भूमिका सौंपी थी। उनके नेतृत्व में पैनासोनिक ने एयर कंडीशनर और एलईडी टीवी जैसे सेगमेंट में अपनी मजबूत पहचान बनाई। वे 2016 में पैनासोनिक कॉर्पोरेशन के एक्जीक्यूटिव कमिटी सदस्य भी बने।
शर्मा “मेक इन इंडिया” पहल के सपोर्टर रहे हैं और उनके नेतृत्व में कंपनी ने भारत में कई प्रोडक्ट लाइन का स्थानीय उत्पादन बढ़ाया। उन्होंने FICCI की इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग कमेटी की अध्यक्षता भी की और व्हाइट गुड्स (एसी और एलईडी लाइट्स) के लिए पहले PLI स्कीम के निर्माण में अहम भूमिका निभाई।
वे भारत सरकार की SCALE कमेटी (Steering Committee on Advancing Local value-add & Exports) के सदस्य भी हैं, जो लोकल मैन्युफैक्चरिंग और निर्यात को बढ़ावा देने पर काम करती है।
हाल ही में, पैनासोनिक ने भारत में अपने रेफ्रिजरेटर और वॉशिंग मशीन व्यवसाय से बाहर निकलने की घोषणा की थी, क्योंकि ये दोनों सेगमेंट घाटे में चल रहे थे। कंपनी अब टीवी, एयर कंडीशनर (घरेलू और वाणिज्यिक) और बी2बी बिज़नेस पर फोकस करेगी।
पैनासोनिक लाइफ सॉल्यूशंस इंडिया का गठन Panasonic India, Anchor Electricals, Panasonic Energy और Panasonic Carbon के विलय के बाद किया गया था।
शर्मा ने कहा कि वे देश की मैन्युफैक्चरिंग क्षमता को आगे बढ़ाने के लिए अपना अनुभव उपयोग करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “अगले साल मार्च या अप्रैल तक मैं अपने नए अध्याय की घोषणा करूंगा, जो अब तक किए गए कामों से कहीं बड़ा और प्रभावशाली होगा।”