पुणे की खिलौना निर्माण स्टार्टअप मिराना टॉयज़ (Mirana Toys) ने अपनी सीरीज A फंडिंग राउंड में 57.5 करोड़ रुपये (6.9 मिलियन डॉलर) जुटाए हैं। इस फंडिंग का नेतृत्व Arkam Ventures ने किया, जबकि Accel, Info Edge और Riverwalk Holdings ने भी इसमें भाग लिया।
कंपनी इस निवेश का उपयोग एक नई फैक्ट्री लगाने में करेगी, जिसमें इंजेक्शन मोल्डिंग, डाई कास्टिंग मशीनें और इन-हाउस पैकेजिंग लाइन शामिल होंगी। इससे उत्पादन बढ़ेगा और घरेलू तथा अंतरराष्ट्रीय मांग को बेहतर ढंग से पूरा किया जा सकेगा। मिराना अपनी डिज़ाइन और सेल्स टीम को भी बढ़ाएगी ताकि वैश्विक उपस्थिति मजबूत हो सके।
वर्ष 2021 में देवांश शर्मा और रवि यादव द्वारा स्थापित, मिराना एआई-इनेबल्ड रोबोट, एआर-आरसी कार, आरसी व्हीकल्स, STEM किट्स और शैक्षणिक खिलौने बनाती है। कंपनी पूरे प्रोडक्ट वर्कफ़्लो पर काम करती है—3D डिज़ाइन, प्रोटोटाइपिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, असेंबली और क्वालिटी कंट्रोल तक।
मिराना एक वर्टिकली इंटीग्रेटेड सिस्टम पर काम करती है, जिसमें डिज़ाइन, इलेक्ट्रॉनिक्स, टूलिंग, मोल्डिंग, असेंबली और कम्प्लायंस शामिल हैं। यह मॉडल उसे वैश्विक स्तर पर स्मार्ट और एजुकेशनल खिलौनों की बढ़ती मांग का तेज़ी से जवाब देने में मदद करता है।
कंपनी के भारत के ऑटोमोबाइल ब्रांडों के साथ लाइसेंस्ड टॉयज़ के लिए साझेदारी है। अमेरिका और यूरोप से भी मजबूत ऑर्डर पाइपलाइन है, और अमेरिका से आने वाली मांग कुल एक्सपोर्ट का लगभग 40% है। वहीं, मिडिल ईस्ट और अफ्रीका के वितरकों से बातचीत जारी है।
मिराना टॉयज़ के उत्पाद भारत में 3,000 से अधिक दुकानों, ई-कॉमर्स और क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध हैं। भारतीय बाजार में कंपनी का मुकाबला Funskool, Smartivity और PlayShifu जैसे ब्रांडों से है।