रिलायंस रिटेल ने अपने किराना कारोबार को और मजबूत करने के लिए फ्रांस के कारफूर ग्रुप के वरिष्ठ रिटेल लीडर गिलॉम डी कोलोन(Guillaume de Cologne) को टीम में जोड़ा है। कंपनी 2027–28 में होने वाली अपनी IPO योजना को ध्यान में रखते हुए बड़ी तैयारियां कर रही है। यह कदम मौजूदा ग्रोसरी बिज़नेस के सीईओ दमोदरन मॉल के लिए लंबी अवधि की सक्सेशन प्लानिंग का हिस्सा माना जा रहा है।
कोलोन इस साल की शुरुआत में जुड़े थे। वे इससे पहले कारफूर में चीफ कमर्शियल ऑफिसर रह चुके हैं और तुर्की, मलेशिया और सिंगापुर में कई सीईओ भूमिकाएं निभा चुके हैं। 30 साल से अधिक के ग्लोबल रिटेल अनुभव के साथ अब वे रिलायंस के B2B और कंज्यूमर बिज़नेस जैसे सुपरमार्केट, छोटे स्टोर्स और जियोमार्ट—पर काम कर रहे हैं। उनका मुख्य काम स्टोर्स के अनुभव को बेहतर बनाना और अंतरराष्ट्रीय स्तर की बेहतरीन प्रथाओं को लागू करना है।
दमोदरन मॉल अभी भी ग्रोसरी वर्टिकल का नेतृत्व कर रहे हैं और उनके रिटायर होने या पद छोड़ने की कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
लगभग 100 बिलियन डॉलर वैल्यू वाली रिलायंस रिटेल के लिए यह समय बेहद महत्वपूर्ण है। भारत के 1.15 ट्रिलियन डॉलर के रिटेल मार्केट में ग्रोसरी सबसे बड़ा हिस्सा है, जो 2030 तक 1.8 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। रिलायंस के पास रिलायंस स्मार्ट, स्मार्ट बाजार, फ्रेश सिग्नेचर, फ्रेशपिक, मेट्रो कैश एंड कैरी और ऑनलाइन जियोमार्ट जैसे करीब 5,000 ग्रोसरी स्टोर हैं।
वित्तीय वर्ष 2025 (FY25) में रिलायंस रिटेल ने 2.91 लाख करोड़ रुपये की आय और 25,094 करोड़ रुपये का EBITDA दर्ज किया, जो साल-दर-साल 8.6% ज्यादा है। पिछले साल कुछ बड़े स्टोर बंद करके ऑपरेशन्स को बेहतर करने के बाद कंपनी ने फिर से विस्तार शुरू किया और सिर्फ सितंबर तिमाही में 400 से ज्यादा नए स्टोर खोले।
विशेषज्ञों का कहना है कि कोलोन की नियुक्ति से कंपनी की IPO से पहले ऑपरेशनल क्षमता मजबूत करने की मंशा साफ होती है, हालांकि भारत के विविध बाजार में सफलता के लिए स्थानीय जरूरतों की समझ बेहद जरूरी है। रिलायंस को अभी भी DMart, More, Amazon, Spencer’s और Lulu Hypermarket से कड़ी प्रतिस्पर्धा मिल रही है।