डीप टेक वेंचर कैपिटल फर्म स्पेशल इन्वेस्ट ने भारत में शुरुआती चरण के डीप टेक स्टार्टअप्स को सपोर्ट देने के लिए 1,400 करोड़ रुपये के कॉर्पस के साथ ग्रोथ फंड II लॉन्च किया है। यह फंड उन स्टार्टअप्स पर केंद्रित होगा, जिनकी तकनीक का वैलिडेशन हो चुका है लेकिन जिनके पास अभी स्थिर राजस्व नहीं है और जिन्हें अपने व्यवसाय को स्केल करने की आवश्यकता है।
ग्रोथ फंड II के जरिए स्पेशल इन्वेस्ट 12 से 15 स्टार्टअप्स में निवेश करने की योजना बना रहा है, जहां प्रति कंपनी औसत निवेश 5 से 8 मिलियन डॉलर के बीच रहेगा। इस पूंजी का उपयोग स्टार्टअप्स को इम्प्लीमेंटेशन-रेडी तकनीक से व्यावसायिक रूप से टिकाऊ और मार्केट-रेडी बिजनेस में बदलने के लिए किया जाएगा। कंपनी के अनुसार, इस फंड में अधिक संस्थागत लिमिटेड पार्टनर्स के शामिल होने की संभावना है, जबकि शुरुआती चरण के फंड्स में फैमिली ऑफिसेज की भागीदारी बनी रह सकती है।
चेन्नई स्थित यह निवेशक स्पेसटेक, एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग, एनर्जी स्टोरेज, क्वांटम कंप्यूटिंग, हेल्थ और बायोसाइंसेज तथा डिफेंस टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों पर अपना फोकस जारी रखेगा। इसके अलावा, फंड का एक हिस्सा अनमैन्ड सिस्टम्स और मैरीटाइम सर्विलांस जैसे क्षेत्रों में भी लगाया जाएगा, जहां खरीदारों की बढ़ती रुचि देखी जा रही है।
स्पेशल इन्वेस्ट ने ग्रोथ स्टेज निवेश का नेतृत्व करने के लिए विजय जैकब को जनरल पार्टनर नियुक्त किया है। न्यूक्वेस्ट कैपिटल के पूर्व संस्थापक सदस्य रहे जैकब ने कहा कि यह फंड उन डीप टेक कंपनियों को समर्थन देगा, जिन्होंने वैज्ञानिक जोखिम काफी हद तक कम कर लिया है और जो क्षमता विस्तार तथा वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार हैं।
गौरतलब है कि तीन महीने पहले ही स्पेशल इन्वेस्ट ने ₹600 करोड़ का फंड III बंद किया था, जो ₹500 करोड़ के लक्ष्य से अधिक था। यह फंड भारत में विकसित सॉवरेन टेक्नोलॉजी और स्केलेबल इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी में निवेश करेगा। वर्ष 2017, 2021 और 2025 में लॉन्च किए गए शुरुआती चरण के फंड्स के जरिए स्पेशल इन्वेस्ट अब तक करीब 35 स्टार्टअप्स में निवेश कर चुका है और 9 एग्जिट्स दर्ज कर चुका है। इसके पोर्टफोलियो में अग्निकुल कॉसमॉस, गैलेक्सीआई, ईप्लेन कंपनी, अल्ट्रावॉयलेट, सिनएलआर और क्यूएनयू लैब्स जैसी कंपनियां शामिल हैं।