फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म स्विगी अगले हफ्ते तक संस्थागत निवेशकों से 10,000 करोड़ रुपये (लगभग $1.1 बिलियन) तक की फंडिंग जुटाने की तैयारी कर रही है। इस योजना के लिए कंपनी ने Citigroup India, JPMorgan India और Kotak Mahindra Capital को मैनेजिंग बैंकर के रूप में चुना है।
कंपनी के बोर्ड ने 7 नवंबर को शेयरधारकों और रेग्युलेटर की मंजूरी के अधीन, QIP (Qualified Institutional Placement) के माध्यम से फंड जुटाने की अनुमति दी थी। सूत्रों के अनुसार, फंडरेज़िंग का साइज और समय जरूरत के अनुसार बदला भी जा सकता है।
भारत के तेजी से बढ़ते क्विक कॉमर्स सेक्टर में मांग और प्रतिस्पर्धा लगातार बढ़ रही है। Swiggy और Zepto जैसे घरेलू खिलाड़ी, Amazon और Flipkart जैसे दिग्गजों से मुकाबला कर रहे हैं, जो तेज डिलीवरी के लिए बड़े पैमाने पर वेयरहाउस और डिलीवरी नेटवर्क में निवेश कर रहे हैं।
इस बीच, Swiggy की प्रतिद्वंद्वी Zomato-Blinkit की पैरेंट कंपनी Eternal ने पिछले साल ₹8,500 करोड़ का QIP जुटाया था। वहीं Zepto ने भी अपना IPO प्लान फिर से शुरू कर दिया है और अगले साल जुलाई-सितंबर तक $450–$500 मिलियन जुटाने का लक्ष्य रख रही है।
पिछले एक साल में Swiggy के शेयर में लगभग 19% की गिरावट आई है। FY26 की दूसरी तिमाही में कंपनी का नेट लॉस ₹1,092 करोड़ रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही के ₹626 करोड़ से अधिक है।