बेंगलुरु स्थित इलेक्ट्रिक मोबिलिटी कंपनी अल्ट्रावायलेट (Ultraviolette) ने अपने चल रहे सीरीज ई फंडिंग राउंड में 45 मिलियन अमेरिकी डॉलर जुटाए हैं। यह निवेश ज़ोहो कॉर्पोरेशन (Zoho Corporation) और इटली की निवेश फर्म लिंगोटो (Lingotto) से आया है। कंपनी ने अभी तक पूरे राउंड का आकार या वर्तमान वैल्यूएशन सार्वजनिक नहीं किया है।
इससे पहले अगस्त 2025 में कंपनी ने टीडीके वेंचर्स (TDK Ventures) से इसी फंडरेज़िंग प्रयास के तहत 21 मिलियन डॉलर जुटाए थे। नया निवेश अल्ट्रावायलेट (Ultraviolette) को अपने दो मौजूदा मोटरसाइकिल मॉडल्स—F77 इलेक्ट्रिक स्पोर्ट्स बाइक और X47 क्रॉसओवर—का उत्पादन बढ़ाने में मदद करेगा।
नए फंड का इस्तेमाल कंपनी के आगामी प्रोडक्ट प्लेटफ़ॉर्म्स, Shockwave और Tesseract, को आगे बढ़ाने के लिए भी किया जाएगा। अल्ट्रावायलेट (Ultraviolette) घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी उपस्थिति मजबूत करने पर काम कर रही है, क्योंकि इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेक्टर में प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है।
वर्ष 2016 में नारायण सुब्रमण्यम और निरज राजमोहन द्वारा स्थापित कंपनी हाई-परफॉर्मेंस इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान केंद्रित करती है। कंपनी के पोर्टफोलियो में F77 सीरीज़, F99 रेसिंग प्लेटफ़ॉर्म, X47 क्रॉसओवर, Tesseract स्कूटर और UV Supernova फास्ट चार्जिंग नेटवर्क शामिल हैं।
कंपनी वर्तमान में 30 भारतीय शहरों में सक्रिय है और मिड 2026 तक 100 शहरों तक विस्तार करने की योजना बना रही है। अल्ट्रावायलेट (Ultraviolette) ने F77 को यूके में भी बेचना शुरू कर दिया है, जिससे इसका ग्लोबल विस्तार यूरोप के 12 देशों तक पहुंच गया है। अब तक कंपनी ने कुल 145 मिलियन डॉलर फंडिंग जुटाई है। इसके मुख्य प्रतिस्पर्धी हैं टोर्क मोटर्स (Tork Motors), रिवॉल्ट मोटर्स (Revolt Motors) और ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) का रोडस्टर (Roadster)।