अमेरिकी बहुराष्ट्रीय फास्ट फूड कंपनी यम!, जिसके पास केएफसी, पिज्जा हट, टैको बेल और हैबिट बर्गर एंड ग्रिल जैसे प्रसिद्ध ब्रांड हैं। फिलहाल यम! अपने पिज्जा हट डिवीजन की संभावित बिक्री पर विचार कर रही है, जो कि शेयरधारकों के लिए अधिक मूल्य प्राप्त करने और पिज्जा श्रृंखला को विकास का एक नया मार्ग प्रदान करने के उद्देश्य से एक रणनीतिक समीक्षा कर रही है।
कंपनी ने बुधवार को घोषणा कर बताया, कि उसने पिज्जा हट के लिए रणनीतिक विकल्पों का औपचारिक मूल्यांकन शुरू कर दिया है और एक ऐसी प्रक्रिया जिसके परिणामस्वरूप आंशिक या पूर्ण विनिवेश हो सकता है। इस समीक्षा में सहायता के लिए वित्तीय सलाहकार गोल्डमैन और बार्कलेज को नियुक्त किया गया है।
केएफसी और टैको बेल की भी मालिकाना हक रखने वाली कंपनी यम! ब्रांड्स ने कहा कि यह कदम पिज्जा हट को फ्रैंचाइजी, कर्मचारियों और ग्राहकों के लाभ के लिए "अपनी पूरी क्षमता तक पहुंचने" के लिए सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। सीईओ क्रिस टर्नर ने स्वीकार किया कि पिज्जा हट एक पंसदीदा "वैश्विक ब्रांड" बना हुआ है, जिसकी कंज्यूमर लॉयल्टी मजबूत है और जिसकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापक उपस्थिति है, लेकिन हाल के वर्षों में इसका प्रदर्शन पिछड़ गया है।
टर्नर ने कहा, "पिज्जा हट की टीम व्यवसाय और श्रेणी की चुनौतियों का समाधान करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है, हालांकि, इसका प्रदर्शन अतिरिक्त कार्रवाई की आवश्यकता को इंगित करता है, उन्होंने आगे कहा कि ब्रांड का भविष्य "यम! ब्रांड्स के बाहर बेहतर ढंग से क्रियान्वित किया जा सकता है।"
यह समीक्षा इस बात पर जोर देती है कि कंपनी अपने पोर्टफोलियो के तेजी से बढ़ते क्षेत्रों, खासकर टैको बेल और केएफसी पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही है, जिनकी वैश्विक स्तर पर बिक्री में लगातार वृद्धि दर्ज की गई है। पिज्जा हट जो कभी डाइन-इन पिज्जा के क्षेत्र में अग्रणी था, पिज्जा हट को उपभोक्ताओं की बदलती प्राथमिकताओं और डोमिनोज और पापा जॉन्स जैसे डिलीवरी-केंद्रित प्रतिद्वंद्वियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा के साथ तालमेल बिठाने में काफी संघर्ष करना पड़ा है।
वहीं यम! ने समीक्षा पूरी होने की कोई समय-सीमा तय नहीं की है और जोर देकर कहा है कि बिक्री या अन्य लेन-देन होने की कोई गारंटी नहीं है। कंपनी ने कहा है कि जब तक जरूरत न हो, वह कोई और अपडेट नहीं देगी।