अभिनय से उद्यमिता की ओर बढ़ीं सामंथा रुथ प्रभु

अभिनय से उद्यमिता की ओर बढ़ीं सामंथा रुथ प्रभु

अभिनय से उद्यमिता की ओर बढ़ीं सामंथा रुथ प्रभु
सामंथा रुथ प्रभु ने अभिनय के साथ उद्यमिता की नई राह चुनते हुए अपना डिजिटल-फर्स्ट फैशन ब्रांड TRULY SMA लॉन्च किया है, जो सादगी और रोज़मर्रा की एलिगेंस पर आधारित है।

पिछले 16 वर्षों में सामंथा रुथ प्रभु ने खुशी में पड़ोस की लड़की से लेकर द फैमिली मैन में एक सशक्त और निडर महिला तक, कई तरह के किरदार निभाए हैं। एक प्रतिभाशाली और स्थापित अभिनेत्री के रूप में वह लगातार खुद को चुनौतीपूर्ण भूमिकाओं में ढालती रही हैं—चाहे बड़े पर्दे पर हों या ओटीटी प्लेटफॉर्म पर।

हाल ही में सामंथा (Samantha) अपने जीवन के एक नए चरण में प्रवेश कर चुकी हैं, जो सच्ची खुशी की तलाश और प्रेम को अपनाने पर आधारित है। जानकारी के अनुसार, अभिनेत्री ने हाल ही में द फैमिली मैन के फिल्ममेकर राज निदिमोरु से शादी की है। यह विवाह 1 दिसंबर को कोयंबटूर स्थित ईशा फाउंडेशन में संपन्न हुआ।

इस बीच, सामंथा का काम सिर्फ स्क्रीन तक सीमित नहीं है। वह अपने जीवन के एक और महत्वपूर्ण पड़ाव को भी संभाल रही हैं—एक सफल उद्यमी के रूप में। सिर्फ बॉक्स ऑफिस के आंकड़ों या एक जैसे किरदारों तक सीमित रहने के बजाय, वह अब अभिनेता से उद्यमी बनने की दिशा में आगे बढ़ रही हैं, साथ ही अपने फिल्मी प्रोजेक्ट्स को भी संतुलित कर रही हैं।

हाल ही में Entrepreneur India को सामंथा रुथ प्रभु से एक्सक्लूसिव बातचीत का अवसर मिला, जब उन्होंने TRULY SMA लॉन्च किया—एक डिजिटल-फर्स्ट फैशन लेबल, जिसकी जड़ें रोज़मर्रा की सादगी और एलिगेंस में हैं। फैशन उद्यमिता में कदम रखने की प्रेरणा पर सामंथा कहती हैं, “यह वर्षों के अनुभव से आया है। कोई एक खास पल नहीं था, यह एक स्वाभाविक प्रगति जैसा लगा।”

समय के साथ कपड़ों के प्रति उनका रिश्ता बदलता गया—दिखावे की बजाय सादगी की ओर। वह कहती हैं, “मैं हमेशा मिनिमल, पहनने में आसान और सहज कपड़ों की ओर आकर्षित रही हूं। और मुझे लगा कि ऐसे ब्रांड के लिए वाकई जगह है, जो ठीक इसी सोच को सेलिब्रेट करे।”

कई सेलिब्रिटी-बैक्ड ब्रांड्स के विपरीत, TRULY SMA की शुरुआत किसी बड़े मास्टर प्लान के साथ नहीं हुई। वह स्वीकार करती हैं, “ईमानदारी से कहूं तो मैंने किसी ब्लूप्रिंट के साथ शुरुआत नहीं की। यह अभी शुरुआती दौर है। लेकिन सही पार्टनर्स—जिन्हें टेक्सटाइल्स, प्रोडक्शन और ब्रांड बिल्डिंग की गहरी समझ है—उन्होंने मुझे आत्मविश्वास दिया।”

सहयोग पर दिया गया यह जोर उनके लिए नया नहीं है। सिनेमा ने उन्हें टीमवर्क का महत्व बहुत पहले सिखा दिया था। वह कहती हैं, “लोग सोचते हैं कि सिनेमा और बिज़नेस दो अलग दुनिया हैं, लेकिन उनकी बुनियाद काफी हद तक एक जैसी है।” फिल्मों में आप सह-कलाकारों के साथ भरोसा बनाते हैं, बिज़नेस में को-फाउंडर्स के साथ। “दोनों में साझा विज़न जरूरी है। सही लोगों को चुनना उतना ही अहम है जितना सही विचारों को।”

TRULY SMA के केंद्र में वह दर्शन है जिसे सामंथा “एवरीडे एलिगेंस” कहती हैं—ऐसी सुंदरता जो शोर नहीं मचाती, बल्कि आपकी ज़िंदगी में सहजता से घुल जाती है। वह बताती हैं, “मेरे लिए एवरीडे एलिगेंस का मतलब है—सादगी, लेकिन सही तरीके से। ऐसे कपड़े जो पहनते ही सहज लगें, जिन्हें लेकर ज़्यादा सोचना न पड़े।”

वह एक ऐसे वॉर्डरोब की कल्पना करती हैं जो बहुउपयोगी, साफ-सुथरा और टाइमलेस हो—“न ज़्यादा चटक, न ट्रेंड्स के पीछे भागने वाला।” यह सोच मिनिमल सिलुएट्स, बारीक डिटेल्स और ऐसे फैब्रिक्स में दिखती है जो “दूसरी त्वचा” जैसे महसूस हों। यह फैशन परफॉर्म करने के लिए नहीं, बल्कि आपके साथ चलने के लिए है।

दिलचस्प बात यह है कि जो चीज़ बाहर से बेहद सरल दिखती है, उसके पीछे की प्रक्रिया उतनी ही जटिल है। सामंथा मानती हैं, “सबसे बड़ा सीख यह रहा कि जो चीज़ इतनी सिंपल दिखती है, उसके पीछे कितनी सोच होती है।” फैब्रिक चयन, साइजिंग, सिलाई, कम्फर्ट—हर फैसला तकनीकी होता है। “मैं हर स्तर पर शामिल रहती हूं और मुझे एहसास हुआ है कि फैशन कितना टेक्निकल होता है।”

उनकी भागीदारी मूल्यों तक भी फैली हुई है। सचेत जीवनशैली, सस्टेनेबिलिटी और सोच-समझकर उपभोग—ये उनके लिए महज शब्द नहीं हैं, बल्कि हर फैसले के फिल्टर हैं। वह कहती हैं, “जिम्मेदारी इरादे से शुरू होती है। हर ब्रांड के साथ मैं खुद से पूछती हूं—क्या यह ईमानदार लगता है? क्या यह साफ है? क्या यह किसी की ज़िंदगी में वाकई मूल्य जोड़ रहा है?”

TRULY SMA में यह जिम्मेदारी फैब्रिक चॉइस, इनक्लूसिव साइजिंग और ऐसे कपड़े बनाने की प्रतिबद्धता में दिखती है, जिनकी लोगों को सच में ज़रूरत हो। वह जोड़ती हैं, “यह परफेक्शन की बात नहीं है, बल्कि लगातार बेहतर फैसले लेने की है।”

ब्रांड का आदर्श ग्राहक, उनके अनुसार, वह है जो ड्रामा से ज़्यादा कम्फर्ट को महत्व देता हो। “ऐसा व्यक्ति जो बिना ज़्यादा कोशिश किए सलीकेदार दिखना चाहता हो।” उम्र, पेशा या लेबल मायने नहीं रखते—मायने रखती है सहजता। “ऐसे लोग जो चाहते हैं कि उनके कपड़े अच्छे महसूस हों—साफ, सिंपल और एफर्टलेस।”

हालांकि ब्रांड अभी नया है, लेकिन अगले कुछ वर्षों को लेकर सामंथा का विज़न साफ है, लेकिन जल्दबाज़ी भरा नहीं। वह कहती हैं, “मैं चाहती हूं कि यह स्वाभाविक रूप से बढ़े।” इसमें कैटेगरी विस्तार, बड़े डिजिटल ऑडियंस तक पहुंच और आगे चलकर ऑफलाइन स्पेसेज़ की संभावनाएं शामिल हो सकती हैं। “लेकिन सबसे ज़रूरी है कि TRULY SMA अपनी पहचान से जुड़ा रहे—मिनिमल, पहनने योग्य और एलिगेंट।”

उनकी अपनी पर्सनल स्टाइल इस ब्रांड की शांत रीढ़ है। वह साझा करती हैं, “इस सादगी का बड़ा हिस्सा मेरे असली जीवन के पहनावे से आता है। भले ही मेरे काम में ग्लैमर की मांग हो, मेरी रोज़मर्रा की स्टाइल मिनिमल और कम्फर्टेबल है।” भविष्य के कलेक्शंस बदल सकते हैं, लेकिन मूल एस्थेटिक नहीं। “वही मैं हूं।”

सिनेमा, कई वेंचर्स और व्यक्तिगत भलाई के बीच संतुलन बनाना चुनौतीपूर्ण लग सकता है, लेकिन उनका तरीका बेहद ज़मीन से जुड़ा है। वह कहती हैं, “मेरी दिनचर्या बहुत सरल है।” योग, ब्रीदिंग एक्सरसाइज़, जर्नलिंग और शांत सुबहें उन्हें केंद्रित रखती हैं—यह याद दिलाते हुए कि महत्वाकांक्षा को हमेशा अराजकता की ज़रूरत नहीं होती।

जब उनसे पूछा गया कि उद्यमिता में कदम रखने वाले अन्य कलाकारों या क्रिएटिव्स को वह क्या सलाह देंगी, तो उनका जवाब तुरंत आता है—“ट्रेंड्स के पीछे मत भागिए, पैशन के पीछे जाइए।” उनका मानना है कि पैशन अपने आप काम की गुणवत्ता को निखार देता है। और फिल्मों की तरह ही, “इस सफर को आकार देने वाले लोग सबसे अहम होते हैं।”

सामाजिक जिम्मेदारी भी उनके लिए प्रभाव की परिभाषा का अहम हिस्सा है। अपने पॉडकास्ट और वेंचर्स के ज़रिए वह ऑडियंस से ईमानदारी से जुड़ती हैं, सवालों के जवाब देती हैं और एथिकल प्रोडक्ट्स को सपोर्ट करती हैं। वह कहती हैं, “जैसे-जैसे हम बढ़ेंगे, सस्टेनेबिलिटी, इनक्लूसिविटी और आउटरीच के और मौके आएंगे। ये मूल्य हमेशा ब्रांड के डीएनए का हिस्सा रहेंगे।”

डेढ़ दशक से अधिक समय सिनेमा में बिताने और अब कई उद्यमी अध्यायों के बाद, सामंथा के लिए सफलता की परिभाषा और भी गहरी हो गई है। वह कहती हैं, “मेरे लिए सफलता खुश, संतुष्ट और खुद पर गर्व महसूस करना है।” यह सिर्फ प्रोफेशनल नहीं, बल्कि एक इंसान के तौर पर विकास की बात है। विरासत, उनके अनुसार, सिर्फ स्केल की नहीं होती। “यह दयालुता, उद्देश्य और प्रामाणिकता के बारे में है—ऐसा काम और ऐसी ज़िंदगी छोड़ना, जो ईमानदारी और अच्छे इरादों को दर्शाए।”

फिलहाल सामंथा रुथ प्रभु अपनी ‘न्यूलीवेड’ ज़िंदगी का आनंद ले रही हैं और अपने निजी जीवन में खुश नज़र आ रही हैं। साथ ही, वह इस बात को लेकर भी अधिक सजग हैं कि किस तरह के काम से वह जुड़ती हैं। सिनेमा से उनका हमेशा गहरा रिश्ता रहा है और फैंस यह देखने के लिए उत्सुक हैं कि वह आगे किन नई कहानियों और किरदारों के साथ खुद को चुनौती देती हैं।

वर्क फ्रंट की बात करें तो सामंथा को आखिरी बार प्राइम वीडियो की सीरीज़ Citadel: Honey Bunny में वरुण धवन के साथ देखा गया था। आने वाले प्रोजेक्ट्स में वह राज और डीके की अपकमिंग सीरीज़ Rakh Brahmand: The Bloody Kingdom में नज़र आएंगी।

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