एनालॉग वॉच ब्रांड रोटोरिस ने सीड फंड में 3 मिलियन डॉलर जुटाए

एनालॉग वॉच ब्रांड रोटोरिस ने सीड फंड में 3 मिलियन डॉलर जुटाए

एनालॉग वॉच ब्रांड रोटोरिस ने सीड फंड में 3 मिलियन डॉलर जुटाए
एनालॉग वॉच ब्रांड रोटोरिस ने निखिल कामथ और विवेक ओबेरॉय समेत निवेशकों से 3 मिलियन डॉलर की सीड फंडिंग जुटाई है, जिससे मैन्युफैक्चरिंग और ब्रांड विस्तार को गति मिलेगी।

एनालॉग वॉच ब्रांड रोटोरिस (Rotoris) ने सीड फंडिंग राउंड में 3 मिलियन डॉलर जुटाए हैं। इस राउंड का नेतृत्व ज़ेरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामथ, अभिनेता-निवेशक विवेक आनंद ओबेरॉय, वेंचर कैटलिस्ट्स, 100 यूनिकॉर्न्स और तनमय भट्ट ने किया। इसके अलावा, 30 से अधिक स्टार्टअप फाउंडर्स ने भी निवेश किया, जिनमें मामाअर्थ के वरुण अलघ, नॉइज़ के गौरव खत्री, स्निच के सिद्धार्थ डूंगरवाल, ऑफबिज़नेस के नितिन जैन, शिपरॉकेट के विशेश खुराना, गोक्विक के चिराग तनेजा, ज़िप्प के आकाश गुप्ता और डॉ. वैद्याज़ के अर्जुन वैद्य शामिल हैं।

रोटोरिस इस फंड का उपयोग मैन्युफैक्चरिंग और असेंबली ऑपरेशंस को मजबूत करने, इंजीनियरिंग प्रोसेस को बेहतर बनाने, सप्लाई चेन पार्टनरशिप्स बढ़ाने, शुरुआती इन्वेंट्री तैयार करने और प्रोडक्ट, डिज़ाइन व ब्रांड टीम्स में भर्ती के लिए करेगा। कंपनी नई दिल्ली में अपना पहला फिजिकल एक्सपीरियंस स्टोर खोलने की भी योजना बना रही है, जो रिटेल आउटलेट के साथ-साथ ब्रांड शोकेस के रूप में काम करेगा।

आकाश आनंद, प्रेरणा गुप्ता, अनंत नारूला और कुणाल कपानिया द्वारा स्थापित रोटोरिस मैकेनिकल मूवमेंट्स और इन-हाउस असेंबली पर फोकस करता है। आकाश आनंद इससे पहले फ्रेगरेंस ब्रांड बेला वीटा ऑर्गेनिक को स्केल कर चुके हैं। कंपनी जनवरी 2026 में कमर्शियल लॉन्च की तैयारी कर रही है, जिसमें Auriqua, Monarch, Astonia, Arvion और Manifesta नाम की पांच कलेक्शंस पेश की जाएंगी। रोटोरिस की घड़ियों में सैफायर क्रिस्टल, ऑटोमैटिक और क्वार्ट्ज मूवमेंट्स तथा 316L स्टेनलेस स्टील केस होंगे, और हर मॉडल लिमिटेड, नंबरड एडिशन में आएगा।

वहीं दूसरी ओर, बेंगलुरु स्थित बच्चों के प्रोडक्ट्स के रीसेल प्लेटफॉर्म आईपीएफ (IPF) ने ₹3.2 करोड़ की सीड फंडिंग जुटाई है। इस राउंड का नेतृत्व टाइटन कैपिटल ने किया, जबकि बेटर कैपिटल और कई एंजेल निवेशकों ने भी भाग लिया। इनमें प्रतिलिपि के रंजीत प्रताप सिंह, ग्रिप इन्वेस्ट के आशीष जिंदल और विवेक गुलाटी, तथा नियरपी टेक्नोलॉजीज़ के अभिषेक भयाना शामिल हैं।

आईपीएफ इस पूंजी का इस्तेमाल अपने टेक्नोलॉजी स्टैक को मजबूत करने, प्लेटफॉर्म को स्केल करने, लॉजिस्टिक्स और क्वालिटी कंट्रोल प्रोसेस में सुधार करने और प्रमुख शहरों में पैरेंट एक्विज़िशन बढ़ाने के लिए करेगा। इसके साथ ही कंपनी प्रोडक्ट इंटेलिजेंस, अतिरिक्त वेरिफिकेशन लेयर्स और ऑपरेशनल क्षमताओं में भी निवेश करेगी।

प्रियदर्शिता सिंह और अभास मित्तल द्वारा 2024 में स्थापित आईपीएफ की शुरुआत सिंह द्वारा 2023 से संचालित पेरेंटिंग कम्युनिटीज़ से हुई थी, जहां महंगे लेकिन कम इस्तेमाल किए गए बच्चों के प्रोडक्ट्स की सुरक्षित खरीद-बिक्री के लिए एक भरोसेमंद प्लेटफॉर्म की जरूरत सामने आई थी। फिलहाल आईपीएफ इन-ऐप पेमेंट्स, डोरस्टेप लॉजिस्टिक्स और बायर प्रोटेक्शन जैसी सुविधाएं प्रदान करता है।

 

 

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