CoreEL Technologies ने सीरीज़-बी में जुटाए 30 मिलियन डॉलर

CoreEL Technologies ने सीरीज़-बी में जुटाए 30 मिलियन डॉलर

CoreEL Technologies ने सीरीज़-बी में जुटाए 30 मिलियन डॉलर
कोरईएल टेक्नोलॉजीज़ ने सीरीज़-बी फंडिंग में 30 मिलियन डॉलर जुटाए हैं, जिससे एयरोस्पेस और डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स में इसके विस्तार को गति मिलेगी।

एयरोस्पेस और डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी कोरईएल टेक्नोलॉजीज़ (CoreEL Technologies) ने सीरीज़-बी फंडिंग राउंड में 30 मिलियन अमेरिकी डॉलर जुटाने की घोषणा की है। यह निवेश भारत के रणनीतिक मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में निजी निवेशकों की बढ़ती रुचि को दर्शाता है।

बेंगलुरु स्थित कंपनी ने बताया कि इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व ValueQuest Scale Fund ने किया, जबकि मौजूदा निवेशक 360 ONE Asset ने भी इसमें भागीदारी की है।

यह फंडिंग CoreEL द्वारा हाल ही में Lekha Wireless के एयरोस्पेस और डिफेंस सिस्टम्स डिवीजन के अधिग्रहण के बाद आई है। इस अधिग्रहण से कंपनी के कम्युनिकेशन सिस्टम पोर्टफोलियो का विस्तार हुआ है, जिसमें वायरलेस कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी, स्वदेशी बौद्धिक संपदा (IP) और विशेष इंजीनियरिंग प्रतिभा शामिल हुई है। कंपनी के अनुसार, इससे उसकी मिलिट्री कम्युनिकेशंस (MILCOM) सेगमेंट में स्थिति और मजबूत हुई है।

कोरईएल टेक्नोलॉजीज़ (CoreEL) ने कहा कि जुटाई गई नई पूंजी का उपयोग मैन्युफैक्चरिंग क्षमता बढ़ाने, रिसर्च एंड डेवलपमेंट को मजबूत करने और प्रोडक्ट इंजीनियरिंग को आगे बढ़ाने में किया जाएगा। इसके अलावा, यह फंड भारत और विदेशों में बड़े और जटिल एयरोस्पेस व डिफेंस प्रोग्राम्स में भागीदारी को भी सपोर्ट करेगा।

1999 में स्थापित कोरईएल टेक्नोलॉजीज़  (CoreEL Technologies) रणनीतिक अनुप्रयोगों के लिए उन्नत इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम और सब-सिस्टम्स का डिजाइन, विकास और निर्माण करती है। कंपनी का काम रडार, इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर, एवियोनिक्स और मिलिट्री कम्युनिकेशंस जैसे क्षेत्रों में फैला हुआ है। वर्षों के दौरान, कंपनी ने रणनीतिक और वाणिज्यिक दोनों तरह के ग्राहकों के लिए कई हाई-एंड इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम-लेवल प्रोडक्ट्स और सॉल्यूशंस डिलीवर किए हैं।

कोरईएल टेक्नोलॉजीज़ (CoreEL) के ग्राहकों में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO), रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम (DPSUs) और रक्षा मंत्रालय शामिल हैं। कंपनी ने बताया कि उसके उत्पाद अगली पीढ़ी के एवियोनिक्स, रडार, मिसाइल, इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम, मिलिट्री कम्युनिकेशन और सोनार प्लेटफॉर्म्स में तैनात किए जा चुके हैं।

आगे चलकर CoreEL का लक्ष्य भारत के रणनीतिक एयरोस्पेस और डिफेंस प्रोग्राम्स तथा संबंधित प्लेटफॉर्म्स के लिए उन्नत इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम्स का विकास जारी रखना है।

 

 

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