बेंगलुरु स्थित लोंगेविटी साइंस स्टार्टअप Decode Age ने अपने प्री-सीरीज़ A फंडिंग राउंड में ₹14.48 करोड़ जुटाए हैं। इस राउंड का नेतृत्व डॉ. कृष्ण प्रसाद चिगुरुपति, चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर, Granules India Limited ने किया।
कंपनी के अनुसार, यह ताज़ा पूंजी उनके वैज्ञानिक अनुसंधान क्षमताओं को बढ़ाने, रिसर्च इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने और बायोमार्कर डिस्कवरी प्रोग्राम्स का विस्तार करने में इस्तेमाल होगी। Decode Age मल्टी ओमिक्स और गट माइक्रोबायोम विज्ञान के क्षेत्र में अपने काम को और आगे बढ़ाने और एनालिटिकल एवं लैबोरेटरी इन्फ्रास्ट्रक्चर को अपग्रेड करने की योजना बना रही है।
वर्ष 2021 में राकेश सोमानी, दर्शित पटेल और पार्थ अमीन द्वारा स्थापित Decode Age, उम्र बढ़ने के जैविक और सेलुलर स्तर पर अध्ययन करता है। कंपनी प्रीडिक्टिव हेल्थ टेस्ट्स और साइंस-बैक्ड सप्लीमेंट्स विकसित करती है, जिनका उद्देश्य स्वास्थ्य अवधि (Healthspan) को बढ़ाना है। इसके प्रोडक्ट्स में AI आधारित ब्लड एजिंग टेस्ट, गट माइक्रोबायोम एनालिसिस और पर्सनलाइज्ड न्यूट्रिशन इनसाइट्स शामिल हैं।
डिकोड एज (Decode Age) ने इन-हाउस रिसर्च प्लेटफॉर्म विकसित किया है, जो जीनोम-स्केल माइक्रोबायोम एनालिसिस, मेटाजेनॉमिक्स और बायोमार्कर रिसर्च को कवर करता है। यह प्लेटफॉर्म क्लीनिशियंस, रिसर्चर्स और उन लोगों के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो डेटा-ड्रिवन इनसाइट्स के माध्यम से लंबी अवधि के स्वास्थ्य को समझना चाहते हैं।
कंपनी अपने वैज्ञानिक और प्रोडक्ट टीम्स का विस्तार कर भारत के बाहर भी अपने रिसर्च प्रयासों को बढ़ाने की तैयारी कर रही है। Decode Age IISc और अंतरराष्ट्रीय लोंगेविटी प्रोग्राम्स सहित वैश्विक रिसर्च इनिशिएटिव्स के साथ सहयोग कर उम्र बढ़ने और माइक्रोबायोम डेटा तैयार कर रही है, जो वैश्विक रिसर्च स्टैंडर्ड्स के अनुरूप है।