मुरुगप्पा ग्रुप की ईवी शाखा मोन्ट्रा इलेक्ट्रिक अपनी स्मॉल कमर्शियल व्हीकल (SCV) रेंज को तेजी से बढ़ाने की तैयारी में है। कंपनी अगले साल नया सब-3.5 टन इलेक्ट्रिक ट्रक लॉन्च करेगी, जिसके बाद 3.5–7.5 टन LCV भी पेश किया जाएगा। यह जानकारी मोन्ट्रा इलेक्ट्रिक के SCV डिवीजन के सीईओ साजू नायर ने दी।
कंपनी ने इस साल अपनी पहली 3.5 टन SCV Eviator लॉन्च की थी। अब उसी प्लेटफॉर्म पर करीब 10 वेरिएंट और कम टन वाला एक नया मॉडल लाया जाएगा। इसके बाद कंपनी बड़े टन भार वाले LCV सेगमेंट में भी कदम रखेगी।
भारत का SCV सेगमेंट तेजी से बढ़ रहा है और यह गुड्स कैरियर बाजार का सबसे बड़ा हिस्सा बन चुका है। वित्तीय वर्ष 2025 (FY25) में कुल 9.56 लाख गुड्स कैरियर CV बिके, जिनमें 2-3.5 टन वाले SCV की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा (3.10 लाख यूनिट) रही।
इसी वजह से उद्योग इसे इलेक्ट्रिफिकेशन का “स्वीट स्पॉट” मान रहा है, क्योंकि इन वाहनों के रूट छोटे, पेलोड मध्यम और उपयोग ज्यादा होते हैं जो ईवी को आर्थिक रूप से बेहतर विकल्प बनाते हैं।
मोन्ट्रा इलेक्ट्रिक का मानना है कि SCV श्रेणी में इलेक्ट्रिफिकेशन अभी शुरुआती दौर में है और ईवी पेनिट्रेशन लगभग 1% है, लेकिन अगले साल यह 5% तक पहुँच सकता है और दशक के अंत तक 20% तक बढ़ने की संभावना है।
कंपनी इस समय 20 टचप्वाइंट्स के ज़रिए वाहन बेच रही है, जिन्हें चालू वित्त वर्ष के अंत तक 25 तक बढ़ाया जाएगा। इस साल मोन्ट्रा का ध्यान अधिक से अधिक यूज़ केस और बड़े ग्राहकों तक पहुँच बनाने पर है। अगले साल से कंपनी वॉल्यूम स्केलिंग पर ध्यान देगी।
ग्राहक आराम, बेहतर लोड स्पेस और उच्च ऊर्जा दक्षता को लेकर अभी भी ईवी SCV/LCV में सुधार की गुंजाइश है, जिसे मोन्ट्रा एक बड़े अवसर के रूप में देख रही है।
कंपनी का लक्ष्य है कि 2030 तक 1 बिलियन डॉलर का राजस्व हासिल किया जाए, जिसमें आधा से अधिक योगदान इसके M&HCV बिज़नेस से आएगा।
एससीवी (SCV) और एलसीवी (LCV) के लिए मोन्ट्रा की उत्पादन क्षमता तमिलनाडु के पोननेरी प्लांट में 50,000 वाहनों प्रतिवर्ष की है, जबकि M&HCV का उत्पादन हरियाणा के मानेसर स्थित IPLTech Electric प्लांट में होता है।
हाल ही में कंपनी ने Rhino 5538 EV 4x2 ट्रैक्टर-ट्रेलर लॉन्च कर भारी इलेक्ट्रिक ट्रक बाजार में भी अपनी मौजूदगी मजबूत की है।