ऑनलाइन फैशन प्लेटफॉर्म मिंत्रा (Myntra) का सोशल कॉमर्स इकोसिस्टम कंपनी के लिए तेजी से बढ़ता हुआ सेगमेंट बन गया है। अब यह प्लेटफॉर्म के कुल राजस्व का करीब 10% हिस्सा दे रहा है। पिछले चार महीनों में इस सेगमेंट का योगदान 50% बढ़ा है, जो दिखाता है कि भारतीय उपभोक्ता अब डिजिटल फैशन को नए और इंटरैक्टिव तरीके से अपना रहे हैं।
मिंत्रा अब केवल ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म नहीं रहा, बल्कि यह एक क्रिएटर-आधारित रिटेल इकोसिस्टम में बदल रहा है, जहां कंटेंट, कम्युनिटी और कॉमर्स का मिश्रण है। इसका सोशल-फर्स्ट मॉडल क्रिएटर्स, शॉपर्स और ट्रेंडसेटर्स को जोड़ता है, जिससे फैशन डिस्कवरी अब और ज्यादा रोचक और सामुदायिक अनुभव बन गई है।
इस पहल का केंद्र है “अल्टिमेट ग्लैम क्लैन”, जिसमें 3.5 मिलियन (35 लाख) शॉपर-क्रिएटर्स शामिल हैं, जिनमें से 66% जेन जेड (Gen Z) हैं। अब हर पांच में से एक यूजर
सोशल कंटेंट से जुड़ रहा है। मिंत्रा का GlamStream प्लेटफॉर्म यूजर्स को मनोरंजन और शॉपिंग का मिश्रण देता है जैसे टॉक शो, रियलिटी-स्टाइल सीरीज़ और गेमिफाइड पॉडकास्ट। आंकड़ों के मुताबिक, 15 मिनट लंबे कंटेंट पर सबसे ज्यादा एंगेजमेंट और बिक्री होती है।
फिलहाल मिंत्रा के प्लेटफॉर्म पर 3 अरब से ज्यादा यूज़र-जेनरेटेड कंटेंट (UGC) पोस्ट हैं, जबकि 1.6 लाख से ज्यादा इन्फ्लुएंसर्स हर महीने करीब 9 अरब इंप्रेशन दे रहे हैं। इस इकोसिस्टम ने क्रिएटर्स को नए कमाई के अवसर दिए हैं, जैसे ब्रांड पार्टनरशिप और कंटेंट मोनेटाइजेशन।
सोशल कॉमर्स में सबसे लोकप्रिय कैटेगरी हैं कपड़े, पर्सनल केयर, ज्वेलरी, फुटवियर और ट्रैवल एक्सेसरीज़। अपने अनुभव-आधारित मॉडल को और आगे बढ़ाने के लिए मिंत्रा जल्द ही “GlamStream Fest 2025” आयोजित करेगा, जिसमें 3,000 क्रिएटर्स, 5,000 ग्राहक और 30 ब्रांड पार्टनर शामिल होंगे। इसमें राल्फ लॉरेन, ओपीआई, तिरतिर और पिक्सी जैसे ब्रांड हिस्सा लेंगे, जबकि हिमेश रेशमिया और शाल्मली खोलगड़े जैसे कलाकार लाइव परफॉर्म करेंगे।
मिंत्रा के सीएमओ CMO सुंदर बालासुब्रमण्यम ने कहा, “सोशल कॉमर्स अब हमारे लिए एक मजबूत ग्रोथ इंजन बन चुका है, जो न सिर्फ राजस्व बढ़ा रहा है बल्कि भारत में फैशन की खोज के तरीके को भी बदल रहा है। हमारा लक्ष्य है कि हर शॉपर एक क्रिएटर बने।”
मिंत्रा अगले 18 महीनों में अपने क्रिएटर बेस को तीन गुना करने और सोशल कॉमर्स की आय को दोगुना करने की योजना बना रहा है। कंपनी का लक्ष्य है कि 2026 तक 1 करोड़ (10 मिलियन) क्रिएटर्स को जोड़ लिया जाए। यह रणनीति भारत के तेजी से बढ़ते ऑनलाइन फैशन और लाइफस्टाइल मार्केट से मेल खाती है, जो 2028 तक 40–45 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।