पिज्जा हट ने वर्षों से देश में कैजुअल डाइनिंग की बढ़ती मांग को पूरा करने के उद्देश्य से भारतीय शहरों, राजमार्गों, मॉल और आस-पड़ोस के बाज़ारों में लगातार विस्तार किया है। लेकिन अब गति बदल गई है। देश के कई हिस्सों में पिज्जा हट का संचालन करने वाली सैफायर फ़ूड्स इंडिया लिमिटेड ने नए आउटलेट खोलने पर रोक लगा दी है और इसके बजाय मौजूदा स्टोर्स के प्रदर्शन को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित करने का विकल्प चुना है।
हालांकि यह ब्रांड क्विक सर्विस रेस्टोरेंट क्षेत्र में सबसे ज़्यादा पहचाने जाने वाले नामों में से एक बना हुआ है, लेकिन हाल के व्यावसायिक संकेत मंदी की ओर इशारा कर रहे हैं। देखा गया है कि साल-दर-साल में स्टोर बिक्री में लगभग 8% की गिरावट आई है और पिछली रिपोर्टिंग अवधि में प्रति स्टोर औसत दैनिक बिक्री लगभग ₹47,000 से घटकर लगभग ₹42,000 रह गई है ।
इसी संदर्भ में विश्लेषकों के में एक खास चर्चा हुई, जिसमें सफायर फूड्स के निदेशक और सीईओ संजय पुरोहित ने बताया कि "पिज्जा हट के साथ संघर्ष चल रहा है। पिछले साल, हमने लगभग 20 स्टोर खोले थे। इस साल, हम नेट नेगेटिव पर हैं। जब तक हम ब्रांड में कोई सार्थक सुधार और समान-स्टोर बिक्री में वृद्धि नहीं देखते, तब तक हम नए आउटलेट खोलने की योजना नहीं बना रहे हैं।"
यह कमजोर प्रदर्शन ऐसे समय में आया है जब उपभोक्ता बाहर खाना पसंद करते हैं और अच्छे खाने पर ज्यादा खर्च कर रहे हैं, खासकर शहरी बाजारों में जहां लागत का दबाव बढ़ रहा है। वहीं पिज्जा हट, जो ऐतिहासिक रूप से डाइन-इन (घर पर बैठकर खाना) के फॉर्मैट पर आधारित था, अब खुद को उन डिलीवरी-फर्स्ट कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा करते हुए पा रहा है जो बेहतर कीमतें और तेज सुविधा प्रदान कर रही हैं।
सीईओ संजय ने बताया कि सैफायर फूड्स ब्रांड से पीछे नहीं हट रहा, बल्कि विस्तार करने से पहले बेहतर प्रदर्शन और स्थिरता पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। साथ ही कंपनी की योजना यूनिट इकोनॉमिक्स में सुधार, मेनू में नए उत्पाद शामिल करने और ग्राहकों में मूल्य को लेकर सही और मजबूत धारणा पैदा करने पर काम कर रही है। वस्तुत: इस योजना का मूल उद्देश्य और ज्यादा मंजिलें बनाने से पहले नींव को मजबूत करना है ।
भारत में क्विक सर्विस रेस्टोरेंट (QSR) परिदृश्य के लिए, यह कदम एक बेहद जरूरी था। क्योंकि उद्योगपतियों के अलावा खिलाड़ी भी आज के बाजार में उपभोक्ताओं के भोजन, खर्च और ब्रांडों के चयन के तरीके के बारे में पुनर्विचार कर रहे हैं।
स्रोत: इस लेख में दी गई जानकारी सार्वजनिक रूप से उपलब्ध मीडिया रिपोर्टों से संकलित की गई है।