गुरुग्राम स्थित EV-as-a-service स्टार्टअप जिप इलेक्ट्रिक ने EBITDA ब्रेकईवन हासिल करने के बाद अपने बिज़नेस में तेज़ गति दर्ज की है। कंपनी का कहना है कि वह वित्तीय वर्ष 2026 (FY26) में 600 करोड़ रुपये का राजस्व पाने का लक्ष्य रखती है और वित्तीय वर्ष 2027 (FY27) में IPO लाने की तैयारी भी कर रही है।
वित्तीय वर्ष 2025 (FY25) में जिप इलेक्ट्रिक (Zypp Electric) ने 448 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया, जो पिछले साल के 302.6 करोड़ रुपये की तुलना में 48% की वृद्धि है। कंपनी जुलाई 2025 में ऑपरेशनल रूप से मुनाफेदार हो गई और सितंबर 2025 तक इसका EBITDA मार्जिन -19.3% से सुधरकर +2% हो गया।
ज़िप (Zypp) की ईवी फ्लीट 2022 में 6,000 वाहनों से बढ़कर अब 20,000 इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर हो गई है। कंपनी का दीर्घकालिक लक्ष्य 2030 तक 25 शहरों में 1 लाख ईवी तैनात करने का है।
कंपनी के को-फाउंडर और सीईओ (CEO) आकाश गुप्ता ने कहा कि ज़िप (Zypp) का अगला चरण बड़े विस्तार, अधिक मुनाफे और स्मार्ट डाइवर्सिफिकेशन पर केंद्रित होगा। कंपनी अपने टेक प्लेटफॉर्म FleetEase.ai के जरिए नए राजस्व मॉडल जैसे फ्लीट-आधारित विज्ञापन पर भी काम कर रही है।
कंपनी ईवी रेंटल, लॉजिस्टिक्स पार्टनरशिप, विज्ञापन और सॉफ्टवेयर सेवाओं से आय अर्जित करती है। Zepto, Blinkit और Zomato जैसे बड़े डिलीवरी पार्टनर इसके मुख्य ग्राहक हैं।
वर्ष 2025 से ज़िप (Zypp) ने अपनी फ्लीट और हेल्मेट पर विज्ञापन शुरू किए, जिससे अब तक 50 लाख रुपये की कमाई हुई है। FleetEase.ai को भी सब्सक्रिप्शन मॉडल पर लॉन्च किया गया है, जिसकी फीस प्रति वाहन 149 से 499 रुपये तक है। इससे FY26 में लगभग 60 लाख रुपये की आय की उम्मीद है।
कंपनी की हाइब्रिड फ्लीट आधी लीज़ पर और आधी बैंक फाइनेंस्ड ने पूंजी का बेहतर उपयोग सुनिश्चित किया है और 90% वाहन अपटाइम बनाए रखा है। ज़िप अब टीयर-2 शहरों में भी तेजी से विस्तार कर रही है और नवंबर 2025 में जयपुर से शुरुआत करने की योजना है।
कंपनी मार्च 2026 तक 1,000 से अधिक इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर भी उतारेगी। ज़िप का कहना है कि यह रणनीति उसे देश के स्थायी लास्ट माइल लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में प्रमुख बनने की दिशा में ले जा रही है।