गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ (GCMMF) के मैनेजिंग डायरेक्टर जयेन मेहता के अनुसार, अमूल अपने घी के वर्तमान निर्यात के अलावा डेयरी उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला का निर्यात करके इजरायल में अपनी उपस्थिति बढ़ाने की तैयारी कर रहा है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के साथ इज़राइल गए 60 सदस्यीय व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल (Business Delegation) के सदस्य के रूप में अपनी इज़राइल यात्रा के दौरान बोलते हुए, मेहता ने कहा कि सहकारी संस्था अपने उत्पादों को भारतीय समुदाय और व्यापक इज़राइली बाजार, दोनों के लिए उपलब्ध कराने के लिए काम कर रही है।
मेहता ने आगे कहा "हम यहां घी का निर्यात कर रहे हैं, लेकिन जल्द ही हम कई अन्य उत्पादों का भी विस्तार करेंगे जो न केवल प्रवासी भारतीयों, बल्कि मुख्यधारा के बाजार की भी जरूरतों को पूरा कर सकेंगे।" इस प्रयास में एक महत्वपूर्ण कदम इज़राइल के कोषेर मानकों और धार्मिक आहार नियमों का पालन करना है, जो यह निर्धारित करते हैं कि यहूदी कानून के तहत कौन से खाद्य पदार्थ स्वीकार्य हैं।
इस संदर्भ में मेहता ने आगे बताया कि GCMMF पहले से ही स्थानीय उपभोक्ताओं तक अमूल के और उत्पाद पहुंचाने के लिए जरूरी सर्टिफिकेशन प्रोसेस पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा "यह उस प्रक्रिया का सर्टिफिकेशन है जिसका पालन हमें मुख्य बाजार की जरूरतों को पूरा करने के लिए करना होगा।" मेहता ने दोनों देशों के बीच सहयोग के अवसरों पर भी प्रकाश डाला और बताया कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश है, लेकिन डेयरी उत्पादकता में इज़राइल की तकनीकी प्रगति भारत को पशु प्रबंधन और उत्पादन में सुधार करने में मदद कर सकती है।
उन्होंने यह भी कहा "हमारा ध्यान अपने मवेशियों की उत्पादकता में सुधार लाने पर है। चारे और पशु प्रबंधन में हमें तकनीक की आवश्यकता है। ये ऐसे क्षेत्र हैं जहां इज़राइल ने अच्छा काम किया है और इज़राइली नवाचार भारत के शुष्क क्षेत्रों में कृषि उत्पादकता को भी बढ़ावा दे सकते हैं।"