चेन्नई स्थित निवेश फर्म एनिकट कैपिटल ने अपने तीसरे प्राइवेट क्रेडिट फंड ग्रैंड एनिकट फंड IV (GAF-IV) का फाइनल क्लोज ₹1,275 करोड़ पर पूरा कर लिया है। बुधवार को जारी बयान के अनुसार, इस फंड ने अपने मूल लक्ष्य ₹1,000 करोड़ को पार कर लिया है।
फंड की संरचना में GIFT सिटी में स्थित एक डॉलर-डिनॉमिनेटेड फीडर भी शामिल है, जिससे विदेशी निवेशकों को भारत के प्राइवेट क्रेडिट मार्केट तक पहुंच मिलती है। एनिकट कैपिटल आमतौर पर प्रति डील करीब ₹80 करोड़ का निवेश करता है, जो कंज़्यूमर बिज़नेस, इंजीनियरिंग सर्विसेज, सॉफ्टवेयर-एज़-ए-सर्विस (SaaS), मैन्युफैक्चरिंग, हॉस्पिटैलिटी और शिपबिल्डिंग जैसे सेक्टर्स में फैला होता है।
GAF-IV के क्लोज के बाद, एनिकट कैपिटल की कुल एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) लगभग ₹4,500 करोड़ तक पहुंच गई है, जिसमें डेट और इक्विटी दोनों रणनीतियां शामिल हैं। कंपनी फिलहाल कुल छह फंड्स का प्रबंधन कर रही है, जिनमें प्राइवेट क्रेडिट और इक्विटी निवेश समान रूप से शामिल हैं।
एनिकट कैपिटल के को-फाउंडर और मैनेजिंग पार्टनर IAS बालामुरुगन ने कहा कि फर्म अल्पकालिक लाभ के बजाय दीर्घकालिक बिज़नेस मजबूती को प्राथमिकता देती है। उन्होंने कहा, “हम ऐसे भरोसेमंद प्रमोटर्स को प्राथमिकता देते हैं जिन्होंने बिज़नेस साइकिल्स को पार किया हो, कैश फ्लो को दोबारा बिज़नेस में निवेश किया हो और मज़बूत ऑपरेटिंग सिस्टम बनाए हों, जो शॉर्ट-टर्म वैल्यूएशन पर फोकस करने वालों से अलग नज़र आते हैं।”
कंपनी ने बताया कि वह कैश फ्लो डिसिप्लिन, गवर्नेंस स्टैंडर्ड्स और स्पष्ट एग्ज़िट प्लानिंग पर लगातार ध्यान दे रही है, साथ ही हर फंड साइकल के साथ अपनी इंस्टीट्यूशनल अंडरराइटिंग अप्रोच को मज़बूत कर रही है। एनिकट कैपिटल के पोर्टफोलियो में मिल्की मिस्ट, ब्लू टोकाई, वाओ! मोमो, GNRC हॉस्पिटल, नीमन्स और अग्निकुल जैसी कंपनियां शामिल हैं।
हालांकि 2025 में भारतीय स्टार्टअप्स में फंडिंग गतिविधियां 2024 की तुलना में कम रहीं, लेकिन इस साल कई वेंचर कैपिटल और प्राइवेट इक्विटी फर्म्स ने नए फंड जुटाए हैं। इससे संकेत मिलता है कि आने वाले साल में स्टार्टअप्स के लिए पूंजी की उपलब्धता बेहतर हो सकती है।