क्विक कॉमर्स कंपनी ज़ेप्टो पब्लिक मार्केट्स की ओर एक और कदम बढ़ाते हुए आईपीओ लाने की तैयारी में है। कंपनी के बोर्ड ने प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के ज़रिए 11,000 करोड़ रुपये तक जुटाने की योजना को मंज़ूरी दे दी है। रेगुलेटरी फाइलिंग्स के मुताबिक, प्रस्तावित आईपीओ में फ्रेश इक्विटी इश्यू के साथ-साथ मौजूदा शेयरधारकों द्वारा ऑफर फॉर सेल (OFS) भी शामिल होगा।
आईपीओ की तैयारी के तहत ज़ेप्टो 26 दिसंबर को गोपनीय रूप से ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल करने की योजना बना रही है। इसके साथ ही कंपनी ने लिस्टिंग से पहले आवश्यक रेगुलेटरी प्रक्रिया के तहत खुद को पब्लिक लिमिटेड कंपनी में भी परिवर्तित कर लिया है।
फाइलिंग्स के अनुसार, बीते वित्त वर्ष में ज़ेप्टो के कारोबार में तेज़ विस्तार देखने को मिला, हालांकि इसके साथ घाटा भी बढ़ा है। मार्च 2025 को समाप्त वित्त वर्ष में कंपनी का टर्नओवर (अन्य आय सहित) 9,668.76 करोड़ रहा, जो FY24 के 4,223.91 करोड़ से दोगुने से अधिक है। इसी अवधि में नेट लॉस बढ़कर 3,367.28 करोड़ हो गया, जबकि पिछले वर्ष यह 1,214.67 करोड़ था।
आईपीओ की तैयारी से पहले ज़ेप्टो ने हाल ही में 450 मिलियन डॉलर का फंडिंग राउंड पूरा किया है। स्थापना के बाद से कंपनी अब तक कुल 2.3 बिलियन डॉलर की फंडिंग जुटा चुकी है। इस लेटेस्ट फंडरेज़ के बाद, आदित पलिचा के नेतृत्व वाली कंपनी का वैल्यूएशन 7 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है।
यदि ज़ेप्टो शेयर बाज़ार में सूचीबद्ध होती है, तो यह भारतीय स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्ट होने वाली तीसरी क्विक कॉमर्स कंपनी होगी। इससे पहले एटरनल और स्विगी—जो क्रमशः ब्लिंकिट और इंस्टामार्ट का संचालन करती हैं—पब्लिक मार्केट्स में कदम रख चुकी हैं।