क्लाइमेट टेक स्टार्टअप ऑराश्योर (Aurassure) ने प्री-सीरीज A फंडिंग राउंड में 25 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इस राउंड का नेतृत्व रेनमैटर बाय ज़ेरोधा और यूनिकॉर्न इंडिया वेंचर्स ने किया, जबकि मैथन एलॉयज़ लिमिटेड ने भी निवेश में भागीदारी की। इस फंडरेज़ में वैल्यूब्रिज कैपिटल (मेरिसिस ग्रुप) ने बैंकिंग पार्टनर और सलाहकार की भूमिका निभाई।
कंपनी के अनुसार, जुटाई गई पूंजी का उपयोग वैश्विक विस्तार, टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म को मजबूत करने, हार्डवेयर इनोवेशन और मैन्युफैक्चरिंग में निवेश के लिए किया जाएगा।
वर्ष 2022 में आकांक्षा प्रियदर्शिनी द्वारा स्थापित ऑराश्योर एक क्लाइमेट इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म संचालित करता है, जो पर्यावरणीय जोखिमों पर रियल-टाइम और हाइपरलोकल जानकारी प्रदान करता है। यह प्लेटफॉर्म बढ़ती जलवायु अस्थिरता वाले क्षेत्रों में काम कर रहे एंटरप्राइजेज को सपोर्ट करता है। 2,000 से अधिक स्ट्रीट-लेवल सेंसर, AI और फिजिक्स-आधारित मॉडल्स के जरिए कंपनी एयर क्वालिटी, हीट स्ट्रेस, वर्षा, बाढ़, हवा के व्यवहार और अर्बन माइक्रोक्लाइमेट से जुड़ी इनसाइट्स उपलब्ध कराती है।
ऑराश्योर का दावा है कि उसका नेटवर्क 99 प्रतिशत अपटाइम के साथ संचालित हो रहा है और भारत के 200 से अधिक शहरों तथा ब्राज़ील के 100 से ज्यादा शहरों में इसकी सक्रिय तैनाती है। पिछले एक वर्ष में कंपनी ने ब्राज़ील में पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी की स्थापना की है और बांग्लादेश में शुरुआती चरण की परियोजनाएं शुरू की हैं।
स्टार्टअप ने बताया कि नई फंडिंग का उपयोग ग्लोबल साउथ में अपनी मौजूदगी तेज़ी से बढ़ाने के लिए किया जाएगा, खासकर लैटिन अमेरिका, दक्षिण एशिया और अफ्रीका में। योजनाओं में ब्राज़ील में ऑपरेशंस को मजबूत करना, रीजनल टीम्स का निर्माण और सिटी-लेवल डिप्लॉयमेंट का विस्तार शामिल है। इसके साथ ही कंपनी अपने क्लाइमेट इंटेलिजेंस एनालिटिक्स प्लेटफॉर्म को और उन्नत करने के लिए AI-ड्रिवन प्रेडिक्टिव मॉडल्स, क्लाउड-बेस्ड एनालिटिक्स और अगली पीढ़ी के हाइपरलोकल सेंसिंग सिस्टम्स पर निवेश करेगी।
ऑराश्योर (Aurassure)की सह-संस्थापक और सीईओ आकांक्षा प्रियदर्शिनी ने कहा कि आज के समय में एंटरप्राइजेज को त्वरित, सटीक और हाइपरलोकल क्लाइमेट इंटेलिजेंस की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जो चीज़ पहले ‘अच्छा हो तो बेहतर’ मानी जाती थी, वह अब एक अनिवार्यता बन चुकी है।
फंडिंग का एक हिस्सा हार्डवेयर इनोवेशन और मैन्युफैक्चरिंग पर भी खर्च किया जाएगा, जिसमें सेंसर की सटीकता और टिकाऊपन में सुधार, कैलिब्रेशन इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार और बड़े पैमाने पर किफायती तैनाती के लिए मैन्युफैक्चरिंग प्रक्रियाओं का अनुकूलन शामिल है।
ऑराश्योर निर्माण, बीमा, नवीकरणीय ऊर्जा, लॉजिस्टिक्स, हेल्थकेयर और औद्योगिक क्षेत्रों के ग्राहकों को सेवाएं देता है। कंपनी का प्लेटफॉर्म कच्चे पर्यावरणीय डेटा को अर्ली वॉर्निंग, रिस्क इंडेक्स और ऑपरेशनल इनसाइट्स में बदलकर संगठनों को जोखिम कम करने, अनुपालन सुधारने और जलवायु जोखिम प्रबंधन में मदद करता है।
आने वाले 12 महीनों में, ऑराश्योर भारत, ब्राज़ील और दक्षिण-पूर्व एशिया व मध्य पूर्व के चुनिंदा बाजारों में अपने डिप्लॉयमेंट का विस्तार करने की योजना बना रहा है। कंपनी का लक्ष्य अगले तीन वर्षों में ग्लोबल साउथ के 1,000 शहरों में रियल-टाइम क्लाइमेट अवेयरनेस सक्षम करना है।