ओला इलेक्ट्रिक के संस्थापक भाविश अग्रवाल ने बल्क डील के जरिए कंपनी के 2.6 करोड़ शेयर बेचे, जिससे लगभग 91 करोड़ रुपये जुटाए गए। एक्सचेंज डेटा के अनुसार, यह बिक्री प्रमोटर स्तर के 260 करोड़ रुपये के लोन के आंशिक पुनर्भुगतान के लिए की गई है।
कंपनी ने बताया कि बेचे गए शेयर ओला इलेक्ट्रिक की कुल इक्विटी का करीब 0.6 प्रतिशत हैं और इन्हें औसतन 34.99 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर बेचा गया। सितंबर तक अग्रवाल की कंपनी में हिस्सेदारी 30.02 प्रतिशत थी। लोन के बदले उन्होंने पहले 3.93 प्रतिशत शेयर गिरवी रखे थे, जिनके अब कर्ज चुकने के बाद मुक्त होने की उम्मीद है।
ओला इलेक्ट्रिक ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य सभी प्रमोटर प्लेज हटाना है, ताकि किसी भी तरह के जोखिम और अस्थिरता से बचा जा सके। लेनदेन के बाद भी प्रमोटर समूह की हिस्सेदारी करीब 34 प्रतिशत रहने की उम्मीद है और प्रमोटर नियंत्रण में कोई कमी नहीं आएगी।
गौरतलब है कि अग्रवाल ने पहले अपनी एआई कंपनी कृत्रिम (Krutrim) के लिए फंडिंग जुटाने हेतु ओला इलेक्ट्रिक के शेयर गिरवी रखे थे। हाल के महीनों में कृत्रिम में छंटनी और कई वरिष्ठ अधिकारियों के इस्तीफे की खबरें भी सामने आई हैं।
इस बीच, ओला इलेक्ट्रिक को इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बाजार में भी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। नवंबर में कंपनी की बिक्री तीन साल के निचले स्तर पर रही, जहां उसने 7,567 यूनिट्स की बिक्री के साथ 7.2 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी दर्ज की। सितंबर तिमाही में कंपनी का राजस्व साल-दर-साल 43.1 प्रतिशत घटकर ₹690 करोड़ रह गया, जो पिछले साल इसी अवधि में 1,214 करोड़ रुपये था।